अन्य
अपने कर्म वीर योद्धाओं के बल, हिंदुस्तान से तुम्हें भगाएंगे….
जयप्रकाश नारायण यादव
मचा दिया है विश्व में तबाही और बर्बादी,
विषधर को रोना महामारी।
छिप छिप कर आता है, मानवता को डराता है..
अब छिपने नहीं देंगे तुम्हें,
इस पवित्र मिट्टी में,
रहने नहीं देंगे इस भारत में…
ज्ञान- विज्ञान दुनिया को दे रहा,
यह भारी चुनौती है…
भारत की मिट्टी ने पहचान लिया है,
राक्षसी रूप तुम्हारा जान लिया है..
चलेगा कृष्ण का सुदर्शन चक्र,
छिपकर फिर ना रह पाओगे…
हौसला भारतवासी नहीं हारेंगे,
सब मिलजुल कर मारेंगे…
संकल्प सावधानी है कवच हमारा,
अपने कर्म वीर योद्धाओं के बल,
हिंदुस्तान से तुम्हें भगाएंगे….
(इन पंक्तियों के लेखक पूर्व केंद्रीय मंत्री बांका के पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता हैं)