कटोरिया (रितेश सिंह) : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बांका के सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव सम्पन्न होते ही चुनाव मैदान में उतरे सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। कटोरिया में जिले में सबसे कम पांच प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन मुख्य लड़ाई राजद की सिटिंग विधायक स्वीटी सीमा हेम्ब्रम एवं भाजपा प्रत्याशी डॉ निक्की हेम्ब्रम के बीच देखी जा रही है।
हालांकि किसके माथे पर जीत का सेहरा सजता है यह तो 10 नवंबर को ही पता चलेगा। इधर चुनाव खत्म होते ही क्षेत्र के लोग समीक्षा करने में जुट गए हैं। विधानसभा चुनाव के बाद अपने पसंदीदा प्रत्याशियों के हार व जीत के दावों का दौर जारी है। चारों ओर अपने राजनीति गणित के आधार पर जीत-हार का फैसले करते हुए लोग एक-दूसरों के साथ चर्चाओं में मशगूल हैं।
कोई अनुसूचित जनजाति मतदाताओं के जोरदार मतदान तो कोई मतों के बिखराव एवं अगड़ी व पिछड़ी गोलबंदी होने की बात बताते हुए अपनी चुनावी गणित का इजहार कर रहे हैं। हर चौक-चौराहों से लेकर गलियों व चौपालों में जीत-हार की चर्चा शुरू हो गयी है। सभी लोग अपने समर्थित उम्मीदवार की जीत बताने में पीछे नहीं हट रहे हैं।
अपने-अपने प्रखंड के बूथों की समीक्षा के साथ-साथ किस पंचायत में किस प्रत्याशी की लीड होगी इसकी चर्चा में मशगूल हैं। लोगों के बीच चर्चा है कि यह चुनाव कई प्रत्याशियों के राजनीतिक रूप में अहम मोड़ लाएगा। चुनाव सम्पन्न होते ही लोग विधानसभा क्षेत्र में बसने वाले रिस्तेदारों, दोस्तों को फोन कर स्थिति का जायजा लेने में व्यस्त दिख रहे हैं।
हर कोई मतदान के बाद जीत-हार का कयास लगा रहा है। बातों-बातों में लोगों के सुर भी तेज होते जा रहे हैं। वहीं सामने वाला अपनी जिद पर अड़ा है। जीत के दावे को लेकर लोग एक-दूसरे से बाजी लगाने को भी तैयार दिख रहे हैं। गांवों से लेकर बाजारों तक की अमूमन यहीं स्थिति है।