यह पेड़ ताड़ का तो है, लेकिन दूर से देखने पर इसके आम, वटवृक्ष या पीपल का पेड़ होने का भ्रम हो सकता है। ताड़ का यह पेड़ सिर्फ बांका ही नहीं बल्कि आसपास के जिले में भी मशहूर होकर चर्चा का विषय बना हुआ है। दूर-दूर से लोग इसे सिर्फ देखने भर के लिए आते हैं। देखने वाले इस ताड़ के पेड़ को देखकर दंग रह जाते हैं। सबकी जुबान से यही निकलता है कि उन्होंने ताड़ का ऐसा पेड़ पहले कभी नहीं देखा.. कहीं नहीं देखा!
बांका जिला अंतर्गत रजौन प्रखंड के खुशहालपुर गांव में ताड़ का यह पेड़ अवस्थित है। इस पेड़ का दीदार करने के लिए खुशहालपुर और रजौन बहुत दूर नहीं है। बांका जिला मुख्यालय से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर रजौन प्रखंड मुख्यालय है जहां से आसानी से खुशहालपुर पहुंचा जा सकता है। गांव में एक फुस के मकान से सटे इस पेड़ का दीदार किसी रिजॉर्ट में लगे फैशनेबल डेकोरेशन प्लांट की तरह होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि यह ताड़ का पेड़ है और जाहिर है जब ताड़ का पेड़ है तो अपने आप में विशालकाय भी है।
(फोटो क्रेडिट अभिषेक कुमार/ मुकेश कुमार)