बांका लाइव ब्यूरो : बांका में आज सूर्यग्रहण को लेकर सुबह से ही लोगों में काफी उत्सुकता रही। लोग पलक पावडे बिछाए सुबह से ही सूर्य ग्रहण की एक झलक पाने को बेताब दिखे। यहां सुबह 8:17 से सूर्य ग्रहण आरंभ हुआ जो 10:57 पर संपन्न हुआ।
सूर्य ग्रहण का एक नजारा पाने को बेताब बांका वासियों के साथ विडंबना यह हुई कि सुबह से ही यहां घने कोहरे और बादल का साया आसमान पर छाया रहा। आरंभिक दौर में तो नहीं, लेकिन सूर्य ग्रहण के मोक्ष के समय लोगों को ग्रहण का आंशिक नजारा जरूर दिखा, क्योंकि तब तक बादल भी कम हुए और कोहरे की परत भी पतली हुई।
कुल मिलाकर वर्ष के अंतिम सूर्य ग्रहण को देखने की लालसा लिए लोगों को आखिरकार निराशा नहीं हुई। कुछ देर के लिए ही सही लोगों ने सूर्य ग्रहण का दीदार किया। इससे पहले ग्रहण काल में लोगों ने विभिन्न नदियों, सरोवर एवं तालाबों में स्नान किया एवं भजन कीर्तन में समय बिताए।
बांका जिले के सुप्रसिद्ध मंदार पर्वत स्थित पापहरणी सरोवर में इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। लोगों ने पापहरणी स्नान कर लक्ष्मी नारायण मंदिर एवं भगवान मधुसूदन मंदिर में पूजा अर्चना की। इधर बाबा ज्येष्ठगौरनाथ, धनकुंड नाथ, लबोखर नाथ, कैलाश नाथ आदि में भी पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
बांका शहर के लक्ष्मीनारायण पुरानी ठाकुरबाड़ी, बाबा भयहरण स्थान, विजेश्वर नाथ महादेव आदि मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। कई जगह भजन कीर्तन एवं दूसरे धार्मिक आयोजन किए गए। सूर्य ग्रहण के मोक्ष के बाद भी श्रद्धालुओं ने विभिन्न नदियों, सरोवर एवं तालाबों में पवित्र स्नान कर भगवान की पूजा अर्चना की।