बांका लाइव डेस्क : सौर वर्ष के सबसे ठंडे महीने के रूप में जाने जाने वाले पूस के प्रवेश के साथ ही हुई बारिश ने मौसम का तापमान एकदम से नीचे लुढ़का दिया है। हालांकि अंग्रेजी वर्ष के मुताबिक दिसंबर का आधा हिस्सा निकल चुका है। जाहिर है ठंड अपने चरम पर है। लेकिन शनिवार की सुबह इस क्षेत्र में हुई बारिश ने जिस तरह एकाएक ठंड बेहिसाब बढ़ा दी है उससे लोग घरों में दुबक ने पर विवश हो गए हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि शुक्रवार को ही दोपहर बाद बाँका तथा आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश होगी। पूर्वानुमान के मुताबिक कल शाम मामूली बूंदाबांदी हुई लेकिन उसे बारिश नहीं कहा जा सकता। मौसम विभाग का पूर्वानुमान आज सुबह सार्थक हुआ जब पौ फटने के साथ ही आसमान में काले काले बादल घिर आए और कुछ ही देर बाद रिमझिम बारिश शुरू हो गई।
हालांकि 10 बजे तक बूंदाबांदी थम गई और दोपहर बाद धूप भी निकल गई। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन बारिश ने जिस कदर ठंड बढ़ाई है उससे लोग घरों में दुबकने पर विवश हैं। सुबह से ही ठंड की वजह से लोग घरों में दुबके रहे। शहर की सड़कों पर आवाजाही नहीं के बराबर हुई। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। ठंड की वजह से आज स्कूल- कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों में भी उपस्थिति प्रभावित हुई।
आज की बेमौसम की बारिश से किसानों को भारी परेशानी हुई है। खलिहानों में तैयारी के लिए जमा खड़ी फसल को भी बारिश के पानी में भीग जाने से क्षति हुई है। मवेशियों के रखरखाव में भी किसानों को 2 दिनों से दिक्कतें आ रही हैं। पशु चिकित्सकों ने बेहिसाब बढ़ गई ठंड में पशुओं का खास ख्याल रखने को कहा है। इधर चिकित्सकों का कहना है कि यकायक ठंड के बढ़ जाने से संयमित दिनचर्या के अभाव में लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।