बांका लाइव ब्यूरो : पोस्टमार्टम के बाद प्रकाश मिस्त्री का शव आज सवेरे वापस उनके घर पहुंचा तो घरवालों के साथ साथ पूरे गांव में कोहराम मच गया। हर तरफ शोक का माहौल। प्रकाश मिस्त्री की कल उस वक्त करंट लगने से मौत हो गई थी जब वह तकनीकी खराबी ठीक करने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़े थे। यह हादसा अमरपुर कजरेली रोड में गंगापुर गढ़ैल के पास कल शाम हुआ था।
प्रकाश मिस्त्री अमरपुर प्रखंड मुख्यालय से कुछ दूर स्थित विश्वंभरचक गांव के रहने वाले थे। वह बिजली आपूर्ति से जुड़ी एक प्राइवेट कंपनी के मुलाजिम के तौर पर कार्यरत थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक कल शाम एक तकनीकी खराबी दूर करने वह अपने एक साथी मिस्त्री मोहम्मद मद्दो के साथ मौके पर पहुंचे थे। मद्दो ने शटडाउन लिया था लेकिन जब प्रकाश मिस्त्री पोल पर चढ़कर काम कर रहे थे तभी शट डाउन वापस ले लिया गया। फल फ्रूट करंट लगने से प्रकाश मिस्त्री की बिजली खंभे पर ही मौत हो गई।
प्रकाश मिस्त्री की मौत के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मद्दो मिस्त्री को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें बंधक बना लिया। साथ ही उनकी जमकर पिटाई कर दी। मद्दो मिस्त्री अमरपुर के ही समीप डुमरामा गांव का निवासी है। इस घटना के बाद दोनों गांव के लोगों के बीच तनाव कायम हो गया। आपसी झड़प भी हुई जिसमें कई लोग जख्मी हो गए। पुलिस पर भी पथराव किया गया।
इस स्थिति से निपटने के लिए बांका जिले के विभिन्न थानों के साथ-साथ पड़ोसी जिले के अनेक थाने की पुलिस भी बुलाई गई। पूरा इलाका सुरक्षाबलों की छावनी में तब्दील हो गया। डीआईजी विकास वैभव भी भागलपुर से मौके पर पहुंचे। बांका के डीएम कुंदन कुमार एवं कई वरीय पदाधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। किसी तरह स्थिति को काबू में किया गया। अधिकारियों ने कल रात भर अमरपुर में कैंप किया। सुरक्षा बलों की भी प्रचूर मौजूदगी रही।
इस बीच पोस्टमार्टम के बाद आज सवेरे प्रकाश मिस्त्री का शव उनके पैतृक गांव विश्वंभरचक लाया गया। गांव में शव के पहुंचते ही कोहराम मच गया। हर तरफ शोक का माहौल कायम हो गया। घर के लोगों के साथ साथ समाज के लोग भी उनके दाह संस्कार की तैयारियों में जुट गए। उधर ग्रामीणों की पिटाई में घायल मद्दो मिस्त्री को अमरपुर रेफरल हॉस्पिटल से भागलपुर रेफर कर दिए जाने की खबर है।