अन्यदुर्घटनाबांका

पौराणिक मंदार का असुरक्षित परिभ्रमण कर रहे स्कूली बच्चे

मंदार परिभ्रमण पर आयी मधेपुरा की स्कूली टीम का एक छात्र पहाड़ से गिरकर जख्मी

Get Latest Update on Whatsapp

बांका संवाददाता : राज्य के स्कूलों में एक नई परंपरा शुरू हुई है। इस परंपरा के तहत देश-दुनिया, ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरोहरों तथा सामाजिक परिवेश से रूबरू कराने के लिए स्कूली छात्र छात्राओं को सामूहिक परिभ्रमण पर ले जाया जाता है। इस परंपरा को सरकारी के साथ-साथ अनेक प्राइवेट स्कूलों ने भी अपनाया है।

बांका जिले में ऐसे अनेक ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरोहर हैं। न सिर्फ बांका जिले एवं आसपास बल्कि बिहार के कोने-कोने से स्कूली छात्र-छात्राएं सामूहिक परिभ्रमण पर यहां पहुंचते हैं। इन धरोहरों में मंदार पर्वत प्रमुख है। इसी मंदार पर्वत पर पहुंचे मधेपुरा (बिहार) की एक स्कूली की टीम में शामिल छात्र परिभ्रमण के दौरान गिरकर गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घटना शनिवार की है।

बताया गया कि जख्मी छात्र का नाम वंश अग्रवाल है। वह मधेपुरा के आलमनगर स्थित डीएवी स्कूल का छात्र है। स्कूल के सभी छात्र परिभ्रमण पर शनिवार को मंदार आए थे। सभी बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे। इसी दौरान इस बच्चे का पैर फिसल गया और वह गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गया। उसके सिर में चोट लगी। परिभ्रमण टीम के साथ आए शिक्षक ने उसका इलाज बौंसी के एक निजी क्लिनिक में कराया।

सौ बात की एक बात यह है कि स्कूलों में छात्र छात्राओं के सामूहिक परिभ्रमण की परंपरा को शुरू कर दी गयी, सरकार ने भी इसे प्रोत्साहित किया, आर्थिक मदद की भी व्यवस्था की, लेकिन परिभ्रमण पर दूर एवं असुरक्षित वातावरण में गए बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई पैमाना या रोड मैप स्थापित नहीं किया गया। यही वजह है कि शिक्षक जिनकी संख्या एक या दो होती है दर्जनों अबोध बच्चों को लेकर दूरस्थ दुर्गम इलाके में पहुंच जाते हैं जहां साथ गए बच्चों की सुरक्षा सिर्फ भगवान भरोसे होती है।


Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button