बांका लाइव ब्यूरो : अभी हाल ही में करमा धरमा पर्व के एक आयोजन के दौरान बांध में डूबने से हुई चार बच्चियों की अकाल मौत से उत्पन्न शोक की लहर बुझी भी नहीं थी कि बुधवार को जिले में जितिया पर्व के नहाय खाय को लेकर विभिन्न जलाशयों में स्नान करने के दौरान डूबने से एक बार फिर 5 बच्चों की मौत ने शोक का जलजला पैदा कर दिया है।
बुधवार को बांका जिले के अमरपुर, बौंसी तथा शंभूगंज प्रखंड में हुए अलग-अलग हादसे में डूबने से 5 बच्चों की मौत हो गयी। इनमें एक लड़की शामिल है। डूबे कई और थे लेकिन उनमें से कुछ को बचा लिया गया। डूबने से एक बच्ची और महिला को बेहद गंभीर हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार अमरपुर प्रखंड के डुमरिया गांव में ओबेस तांती के 15 वर्षीय पुत्र बुद्धन तांती की रमजनिया पोखर में डूबने से मौत हो गई। जबकि इसी प्रखंड के छोटी सिहुड़ी गांव के बलुआ तालाब में डूबने से श्याम दास के 8 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार की मौत हो गई। उधर शंभूगंज प्रखंड के बरौथा गांव में सुदीन यादव के 18 वर्षीय पुत्र की तालाब में डूब जाने से मौत हो जाने की खबर है।
जिले के बौंसी प्रखंड अंतर्गत बंधुआकुरावा थाना क्षेत्र में असनाहा पंचायत के हरना गांव में बुधवार को जितिया के नहाय खाय के सिलसिले में स्नान करने के लिए तालाब गए एक ही परिवार के दो बच्चों (भाई- बहन) की मौत डूबने से हो गई। हालांकि इस हादसे में दो अन्य बच्चियां अशोक दास की पुत्री 17 वर्षीय प्रीति कुमारी एवं शशि दास की 14 वर्षीय पुत्री काजल कुमारी भी डूबी लेकिन उन्हें निकाल लिया गया।
हरना गांव में जिस 10 वर्षीय सुनील एवं उसकी 12 वर्षीय बहन नेहा की मौत डूबने से हुई, वे हीरालाल दास की संतान थे। हीरालाल दास की पत्नी निमिया देवी भी नहाय खाय के लिए स्नान करने उनके साथ गई थी। यह हादसा हरना बांध में हुआ जिसकी हाल ही में जल जीवन हरियाली स्कीम से खुदाई की गई है। ग्रामीणों के अनुसार बेतरतीब खुदाई की वजह से बांध में बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
ज्ञात हो कि अभी कुछ हीरोज पूर्व 25 अगस्त को करमा धरमा पर्व के जावा बुनाई अनुष्ठान के लिए स्नान को गई चार बच्चियों की मौत शंभूगंज प्रखंड अंतर्गत कामदपुर पंचायत के घोषपुर गांव स्थित मंगिया बांध में डूबने से हो गई थी इस बांध में तब करीब डेढ़ दर्जन बच्चियां डूबी थी लेकिन ज्यादातर को किसी तरह बचा लिया गया था अब बुधवार को एक बार फिर जितिया पर्व को लेकर स्नान के लिए गए 5 बच्चों की डूबने से मौत हो जाने के बाद संबंधित और परिवार में कोहराम की स्थिति है