बांका लाइव / जमुई : बीते कई दिनों से जमुई के झाझा बाजार निवासी शिक्षक गणेश रजक के पुत्र राज वैभव को उसकी गुमशुदगी के बाद पुलिस तलाश कर रही थी। मंगलवार की शाम को नागी डैम के पास की झाड़ियों में राज वैभव का शव पुलिस ने बरामद किया है । वैभव के लापता होने के बाद से ही जमुई में माहौल गर्म था और बकौल एसडीपीओ सतीशचंद्र मिश्र, उसकी सकुशल बरमदगी की लिए पुलिस भी परेशान थी। मगर कल शाम को उसकी लाश को नागी डैम के पास की झाड़ियों में पाया गया।
वैभव की हत्या के आरोप में पुलिस ने वैभव के दोस्त दिवाकर साव तथा सोनू साव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की शुरूआती पूछताछ में तो उन्होंने कुछ भी नहीं बताया, मगर पुलिस के दबाव बनाने के बाद दोनों ने वैभव की हत्या की बात को कबूल लिया। मगर दोनों दोस्तों ने वैभव की हत्या का जो कारण बताया है वह अत्यंत शर्मनाक और निंदनीय है। वैभव के साथी दिवाकर ने पुलिस को बताया की वह और वैभव आपस में अच्छे दोस्त थे।
इसलिए वैभव का दिवाकर के घर पर भी आना जाना रहता था। इसी दौरान वैभव ने दिवाकर के घर के बाथरूम में एक गुप्त कैमरा सेट कर दिया। जिसमें उसने दोस्त दिवाकर के घर की महिलाओं की नहाते वक़्त की नग्न वीडियो बना ली। फिर वह उस नग्न वीडियो को अपना हथियार बनाकर दिवाकर से व्यवसाय आरम्भ करने के लिए 50,000 रूपए की मांग करने लगा।वार्ना वीडियो को वायरल कर देने की धमकी दिवाकर को देते हुए उसे ब्लैकमेल करने लगा।
दिवाकर के पास वैभव को वीडियो के बदले देने के लिए 50,000 रूपए नहीं थे। इसलिए उसने अपने एक अन्य साथी सोनू साव को ये सारी घटना सुनाई, फिर दोनों ने मिलकर वैभव की हत्या की योजना बनाई। इसके बाद दोनों ने वैभव को घूमने के बहाने नागी डैम बुलाया। जहाँ दोनों दोस्तों ने वैभव से वीडियो को डिलीट करने की चर्चा की मगर वैभव नहीं माना। इसपर सोनू और दिवाकर ने अपने बाइक में रखे रस्से से वैभव का गाला घोंट कर उसकी हत्या कर दी।
फिर उसकी लाश को साथ लाये बोर में भर कर उसे डैम के पास वाले झाड़ियों में फेक दिया। दिवाकर ने बताया की वैभव की हत्या करने के बाद वह दूसरे दिन दोबारा नागी डैम गया था।वहां पहुंचकर उसने वैभव की लाश से वैभव का मोबाइल निकाला और दादपुर हॉल्ट चला गया, जहां उसने वैभव के मोबाइल को पॉलीथिन में बंद करके पानी में फैंककर वापस आ गया।
इसी बिच दूसरी तरफ पुलिस वैभव को लगातार खोज रही थी।पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने वैभव एवं उसके साथियों का सीडीआर निकाला। जिससे पता चला की घटना वाले दिन दिवाकर और वैभव का टावर लोकेशन एक ही जगह का था।वह जगह थी नागी डैम के समीप, इसके बाद पुलिस के शक की सुई दिवाकर पर गहराई। जिसके बाद पुलिस ने दिवाकर और उसके दोस्त सोनू को गिरफ्तार किया। उनका इंटेरोगेशन करने बाद वैभव की गुमशुदगी से जुड़े सारे राज का पर्दाफाश हुआ।