बांका लाइव ब्यूरो : अव्यवस्था उनकी नाराजगी का कारण था और विरोध की वजह थी उनकी नाराजगी। व्यवस्था से नाराज क्वॉरेंटाइन में रह रहे प्रवासी श्रमिक सड़कों पर उतर आए और उन्होंने एक तरह से पूरे कस्बे को ही क्वॉरेंटाइन कर दिया। घटना जिले की सबसे बड़ी मंडी कहे जाने वाले अमरपुर प्रखंड मुख्यालय की है।
अमरपुर कस्बे के हरिकिशुन भगत कॉलेज में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है जहां बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों को रखा गया है। इन प्रवासियों की शिकायत है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर पर पूरी तरह अव्यवस्था का आलम है। उन्हें दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता बिल्कुल घटिया और खाने योग्य नहीं है। सेंटर पर अन्य जरूरी सुविधाएं भी नदारद हैं।
इन्हीं अव्यवस्थाओं से नाराज क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों ने सड़क पर उतरने का निर्णय लिया और सेंटर के आगे मुख्य मार्ग पर उतर गए। उन्होंने अमरपुर- बांका मुख्य मार्ग और बस स्टैंड को पूरी तरह जाम कर दिया। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों का समर्थन किया।
इस दौरान अमरपुर- बांका मुख्य मार्ग पर यातायात पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। बस स्टैंड से बाहर निकलने वाले वाहन जहां के तहां खड़े रहे तथा बाहरी वाहनों को बस स्टैंड में प्रवेश नहीं मिल सका। इस दौरान लोगों को काफी परेशानी हुई। लेकिन आंदोलन कर रहे प्रवासियों का कहना था कि उनकी मांगों की अनुगूंज जिला प्रशासन और सरकार तक पहुंचनी चाहिए।
प्रवासी श्रमिकों का कहना था कि उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बाल्टी, तौलिया एवं अन्य जरूरी सामानों तक की आपूर्ति नहीं की गई है। उन्हें घटिया बल्कि बेहद घटिया भोजन दिया जा रहा है। उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच भी नहीं होती। क्वॉरेंटाइन सेंटर में उन्हें उपेक्षित छोड़ दिया गया है।
इस बीच क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रवासी श्रमिकों के आंदोलन और सड़क जाम की खबर सुनकर अमरपुर पुलिस एवं प्रशासन के स्थानीय पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने बुझाने का प्रयास किया। काफी मान मनोव्वल एवं अंचलाधिकारी के इस आश्वासन के बाद कि उन्हें तुरंत सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, उनके भोजन की गुणवत्ता में भी सुधार लाया जाएगा, प्रवासी श्रमिकों ने अपना आंदोलन स्थगित किया, जिसके बाद बस स्टैंड एवं मुख्य मार्ग पर यातायात चालू हो सका।