पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि : बेहद सरल, विनम्र और सामाजिक स्वभाव के थे श्याम बिहारी दा

BANKA Live : श्याम बिहारी दा यानी श्याम बिहारी भैया आज हमारे बीच नहीं है। 3 वर्ष पूर्व आज ही के दिन उन्होंने इहलोक से महाप्रयाण किया था। महायात्रा की उम्र नहीं थी उनकी, लेकिन वो कहते हैं ना कि जो यहां के लिए प्यारा होता है वह उस जहां के लिए भी प्यारा होता है। सो ईश्वर की मर्जी, उन्हें असमय अपने पास बुला लिया। भले ही आज वह हम सबके बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी भावपूर्ण यादें हमेशा हम सब के साथ हैं और रहेंगी।
श्याम बिहारी दा का पूरा नाम श्याम बिहारी मिश्रा था। प्यार से हम सब उन्हें मुन्ना दा या मुन्ना भैया कहते थे। बांका जिला मुख्यालय शहर के पुरानी ठाकुरबाड़ी मोहल्ले के निवासी स्वर्गीय श्याम बिहारी मिश्र ने अपनी जिंदगी के कई आयाम को जिया। एक सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता के रूप में उनकी पहचान बनी।
गंभीर स्थितियों में भी हल्की फुल्की बातें कर माहौल को सामान्य बनाने की कला में उन्हें महारत हासिल थी। सामाजिक कार्यों में अभिरुचि के कारण लोगों के बीच खासे लोकप्रिय थे। लोगों के सुख-दुख में उनके साथ खड़ा होना उनका स्वभाव था। राजनीति में अपनी सक्रियता के दौर में उन्होंने युवा कांग्रेस की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को जिया। वर्ष 75-77 के बीच जब देश में लोग कांग्रेस के नाम से चढ़ते थे, तब वह अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कांग्रेस के साथ खड़े रहे।
किसी के साथ मित्रता कर उन्हें निभाने के लिए भी उन्हें जाना जाता है। लेकिन ईश्वर ने उन्हें उन मित्रों से अलग कर अपने पास बुला लिया। इसका मलाल उनके मित्रों के साथ साथ समाज के लोगों को भी है। उनकी उम्र नहीं हुई थी हमें छोड़कर जाने की। समाज के किसी भी आयोजन में उनकी अक्सर याद आती है और आती भी रहेगी। वे सहयोग की भावना के साथ बढ़-चढ़कर सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लेते थे। उन्हें ईश्वर का सानिध्य मिलता रहे, यही कामना है। पुण्यतिथि पर आज उन्हें हम सब की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि!
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