दीपक ज्योति बांका के रहने वाले हैं. बांका जिला अंतर्गत फुल्लीडुमर प्रखंड क्षेत्र के राता गांव निवासी दीपक ज्योति की कर्मभूमि मूल रूप से बांका रही है. अपने छात्र जीवन से रंगकर्म के जरिए सामाजिक सरोकारों से जुड़ने और सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वाले दीपक ज्योति ने साहित्यिक लेखन एवं पत्रकारिता भी की. बांका में कई वर्षों तक पत्रकारिता करते हुए उन्होंने ग्रामीण अंचलों की समस्याएं और वहां के लोगों की पीड़ा को अपनी लेखनी के जरिए आवाज़ दी. सांस्कृतिक आयोजनों में सधे हुए मंच संचालन एवं कार्यक्रम संयोजन के लिए भी उन्हें जाना जाता है.
अपने सार्वजनिक जीवन की दूसरी पारी खेलने वे यहां से सीधे दिल्ली चले गये. वहां उन्होंने सार्वजनिक जीवन में कई मोर्चे पर काम किया. कई सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े दीपक ज्योति की कई प्रमुख राजनेताओं से भी गहरे रिश्ते रहे हैं. इन्हीं सब बातों से प्रभावित होकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपते हुए पार्टी ने उन्हें बिहार और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पार्टी के नए जनाधार निर्माण, संगठन की मजबूती और कार्यकर्ताओं में गतिशीलता लाने की जिम्मेदारी सौंपी है. अपने गृह जिले बांका के अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों एवं रंगकर्मियों ने हम पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने पर दीपक ज्योति को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.