बांका लाइव संवाददाता : बांका सहित जिलेभर में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। देवी मंडपों में साफ सफाई एवं रंग रोगन किया जा रहा है। भगवती दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं का निर्माण कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है। पूजा समितियां अपने-अपने तरीके से इस बार नये रंग रूप में दुर्गा पूजा के आयोजन की तैयारियों की रणनीति बना रही हैं।
बांका जिले में अनेक ऐसे देवी मंडप हैं जिनकी आध्यात्मिक ख्याति जिले की परिधि से बाहर दूर-दूर तक फैली हुई हैं। इनमें बांका जिले की पश्चिमी सीमा पर शंभूगंज प्रखंड अंतर्गत बदुआ नदी के तट पर अवस्थित हरबंशपुर तेलडीहा दुर्गा मंडप की ख्याति सर्वोपरि है जहां न सिर्फ बांका जिला एवं आसपास बल्कि बिहार बंगाल और झारखंड के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में दुर्गा पूजा के अवसर पर यहां दर्शन पूजन को आते हैं। इस मंडप में हर वर्ष दशहरा की महानवमी के अवसर पर हजारों बकरे की बलि दी जाती है। हालांकि बली की परंपरा पहली पूजा से ही आरंभ हो जाती है।
इधर गोड़धोवा देवी मंडप की ख्याति भी बहुत दूर-दूर तक व्याप्त है। बांका जिले के ही अंतर्गत लक्ष्मीपुर घटवाल स्टेट के ऐतिहासिक देवी मंडप को एक बड़ा तांत्रिक पीठ माना जाता है जहां दशहरा के मौके पर देश के कोने कोने से तांत्रिक सिद्धि प्राप्त करने के लिए अनुष्ठान करने यहां पहुंचते हैं। वहीं बाराहाट, बौंसी, रजौन, धोरैया, अमरपुर की बड़ी एवं छोटी दुर्गा मंदिर, शंभूगंज, कटोरिया, चांदन, फुल्लीडुमर आदि के भी देवी मंडप काफी प्रसिद्ध है।
बांका जिला मुख्यालय शहर के चारों देवी मंडपों में भी दुर्गा पूजा एवं दशहरा के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। बांका शहर में जगतपुर एवं करहरिया दुर्गा मंदिर ऐतिहासिक है। जगतपुर दुर्गा मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह करीब डेढ़ सौ वर्ष पुराना है। उधर लगभग इतना ही पुराना ककवारा देवी मंडप भी है जो आज भी पूर्व जमींदार परिवार के द्वारा संचालित होता है। बांका शहर के विजयनगर एवं पुरानी ठाकुरबाड़ी में देवी मंडप अपेक्षाकृत नया है लेकिन इस बार इन देवी मंडपों में नए रंग रूप में दुर्गा पूजा के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
श्री लक्ष्मीनारायण पुरानी ठाकुरबाड़ी परिसर स्थित देवी मंडप में साफ-सफाई रंग रोगन आदि का काम जोर शोर से चल रहा है। प्रतिमा निर्माण का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है। शिल्पकार एवं उनके सहयोगी यहां इस बार भव्य एवं आकर्षक प्रतिमा निर्माण के कार्य में लगे हैं। शहर के मध्य अवस्थित होने की वजह से श्रद्धालुओं के लिए इस मंडप की खास पहचान है। यहां पहली पूजा से शुरू होने वाली देवी दुर्गा की महाआरती प्रसिद्ध है जिसमें शहर भर के लोग भाग लेते हैं। उधर विजयादशमी मेले के लिए प्रसिद्ध विजयनगर देवी मंडप में भी इस बार भव्य प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। मंडप की सजावट के लिए इस बार नए आयाम तलाशे जा रहे हैं।