बिहार पंचायत चुनाव में ईवीएम की जगह किया जायेगा मतदान पेटियों का उपयोग, जानिए क्या है कारण

बांका लाइव / पटना : इस वर्ष बिहार में पंचायत चुनाव होने हैं, जिसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। बिहार के सभी 38 जिलों में पंचायत चुनाव के लिए की गयी तैयारी में कोई कसर न रह जाये इस बात की पूरी कोशिश की जा रही है। जहाँ पिछले कई बार से पंचायत चुनाव में भी मतदान के लिए ईवीएम मशीन का प्रयोग किया जाता रहा है। वहीं इस बार 3 लाख मतदान पेटियों को पंचायत चुनाव के लिए उपयोग में लाने की तैयारी की जा रही है।

बिहार के आठ हजार पंचायतों में लगभग सवा लाख पंच तथा सरपंच के पदों के लिए चुनाव होने हैं। जिसके लिए राज्य के निर्वाचन आयोग ने तीन लाख मतदान पेटियों का इस्तेमाल करने का आदेश देते हुए, मतदान पेटियों की मरम्मत करवाने का आदेश दिया है।

राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, ईवीएम मशीनों की कमी के कारण मतदान पेटियों को इस बार उपयोग में लाने को कहा गया है। इसलिए सवा लाख मतदान पेटियों की अच्छे से मरम्मत कर, उसकी रंगाई पुताई करके पूरी तरह से उसकी जाँच करने के बाद ही किसी भी मतदानपेटी को मंजूरी दी जायेगी। आयोग ने 25 जुलाई तक इस सम्बन्ध में तैयारी सुनिश्चित करने को कहा है।

निर्वाचन आयोग ने बिहार के 38 जिलों में से 32 जिलों को पंचायतीराज के पदों के लिए आरक्षण की संसोधित सूची भी पुनः अपलोड करने का निर्देश दिया है। इससे पूर्व में जब इस सम्बन्ध में 38 जिलों से आरक्षण की संसोधित सूची मांगी गई थी तो सिर्फ पांच जिलों की ही आरक्षण से सम्बंधित सूचि सही थी बाद बाकि की सूचि में गड़बड़ी पाई गई। मतदान केंद्र पर मतदान कर्मियों की रहने वाली कमी के मद्देनजर आयोग ने इस बार मतदान दल में एक पीठासीन पदाधिकारी और एक से पांच तक मतदान अधिकारी रखने का फैसला लिया है, पहले यह संख्या 2 थी।

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