
बिहार के बांका जिले को जैसे काल की बुरी नजर लग गई है। यहां लगातार हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में लोगों की लगातार जाने भी जा रही हैं। अब इसे आप क्या कहेंगे.. एक ही दिन में गुरुवार को विभिन्न हादसों में यहां एक महिला समेत तीन लोगों की जानें चली गईं। इनमें से एक की मौत सर्पदंश से तो दूसरे की करंट लगने से हो गई। एक अन्य की मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गई। इस तरह हादसों में यहां लगातार हो रही मौतों से पूरा बांका जिला दहल उठा है।
बांका लाइव ब्यूरो : ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड में गुरुवार को दो अलग-अलग हादसों में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार शंभूगंज प्रखंड के कामतपुर में गुरुवार की शाम वज्रपात से एक महिला शीलू देवी की मौत हो गई। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक मृतका गुड्डू यादव की पत्नी थी। बताते हैं कि शाम के वक्त वह अपने खेतों की ओर थी। तभी आसमान में काले बादलों के साथ बारिश होने लगी। बारिश के दौरान ही वज्रपात हुआ जिसकी चपेट में आने से शीलू देवी की मौत हो गई। इस घटना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया।
शंभूगंज प्रखंड के कामतपुर पंचायत के ही घोषपुर गांव में 50 वर्षीय एक शख्स की मौत करंट लगने से गुरुवार को हो गई। बताया गया कि घोषपुर गांव निवासी 50 वर्षीय क्रांति यादव अपने खेतों में काम करने गए थे जहां लटक रहे बिजली के जर्जर किंतु करंट युक्त तार की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। ज्ञात हो कि इसी प्रखंड के किरणपुर बहियार में बुधवार को खेत में उर्वरक डालने के दौरान एक बुजुर्ग किसान पुलिस चौहान की मौत करंट लगने से हो गई थी। पुलिस चौहान भी खेत में लटक रहे बिजली के करंट युक्त तार की चपेट में आ गए थे, जिससे उनकी मौत हो गई।
इधर बांका जिले के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत अमरपुर- शाहकुंड रोड में स्थित बादशाहगंज के एक 17 वर्षीय नवयुवक की सर्पदंश से मौत हो गई। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक मृतक का नाम गौतम कुमार बताया गया है जो मंटू राय का पुत्र था। परिवारवालों के मुताबिक गत रात्रि वह अपने घर में सोया हुआ था। मध्य रात्रि के आसपास घर की छप्पर से एक विषैला सांप उसकी बेड पर गिरा, जिसने गौतम को डंस लिया। सर्पदंश के बाद उसे अमरपुर रेफरल अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
कुल मिलाकर स्थिति यह है कि जिले में हादसों का सिलसिला थम नहीं रहा। इधर कुछ रोज से जिले में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला जरूरत थमा है लेकिन इसकी जगह वज्रपात, विद्युत करंट, पानी में डूबने, दीवाल गिरने और सर्पदंश की वजह से होने वाली मौतों का सिलसिला काफी तेज हो गया है। बांका जिले में इस तरह हादसों में लगातार हो रही मौतों ने एक तरह से लोगों के बीच दहशत का माहौल कायम कर रखा है।