बांका लाइव डेस्क : सिर्फ तीन दिनों में अमरपुर की हालत क्या से क्या हो गई! भीषण कोरोना विस्फोट ने इसे रेड जोन बना बना कर रख दिया है! शहर के कई इलाके सील हैं। कई इलाकों में लगातार सैनिटाइजेशन हो रहा है। कस्बे में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है।लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। गली मोहल्ला में भी सन्नाटे का खौफनाक मंजर है।
यह सब कुछ सिर्फ तीन दिनों के भीतर हो गया। अमरपुर शहर के लोग इस विडंबनापूर्ण स्थिति को लेकर चकित हैं। न जाने किसकी नजर लग गई अमरपुर को। तीन दिन पूर्व तक तो सब कुछ ठीक-ठाक था। यह एक हंसता खिलखिलाता शहर था। इस शहर की खुशी को कोरोना ने डंस लिया। पिछले तीन दिनों में इस शहर में 30 नए कोरोना संक्रमित निकल आए, जिनमें एक लेडी डॉक्टर और एक सहायक अवर निरीक्षक सहित कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
अमरपुर कस्बे की स्थिति को देखते हुए रविवार को कोरोना जांच के लिए विशेष कैंप लगाया गया। जानकारी के अनुसार इस कैंप में रविवार को 62 लोगों के सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें 7 टेस्ट पॉजिटिव निकले। जिन 7 लोगों के टेस्ट पॉजिटिव निकले, उन में अमरपुर थाना के पांच पुलिसकर्मी शामिल हैं। बाकी के दो कोरोना पॉजिटिव मामले में एक लेडी डॉक्टर तथा गढ़ेल का एक युवक शामिल है।
इससे पहले शनिवार को अमरपुर थाना के जिस सहायक अवर निरीक्षक की रहस्यमय बीमारी से मौत हुई थी, मरणोपरांत लिए गए उनके स्वाब की जांच में उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई है। शनिवार को भी अमरपुर में कैंप लगाकर कोरोना जांच किए गए थे, जिनमें 9 मामले पॉजिटिव आए। जबकि शुक्रवार को लिए गए सैंपल की जांच में 13 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए थे। एक पॉजिटिव केस गुरुवार की जांच में भी निकला था।
अमरपुर में एक के बाद एक और बड़ी संख्या में निकल रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों के बाद प्रशासन भी एक्टिव मोड में है। अमरपुर शहर के कोरोना संक्रमित मरीजों के घरों के एक किलोमीटर के व्यसार्ध को संक्रमण केंद्र मानते हुए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। प्रभावित इलाके को सैनिटाइज किया जा रहा है। लॉक डाउन का पालन सख्ती से कराने की प्रशासनिक तेज हो गई है। हालांकि फिर भी शहर के लोग कोरोना के बढ़ते संक्रमण से खुद की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित और ख़ौफ़ज़दा हैं।