बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले में देर शाम हुए एक भीषण सड़क हादसे में एक शिक्षिका की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ही परिवार के आठ अन्य लोग बुरी तरह घायल हो गए। घायलों में 2 महिलाएं भी शामिल हैं। यह हादसा कार के एक पेड़ से टकरा जाने की वजह से हुआ। कार पर ये सभी लोग मंदार भ्रमण कर वापस अपने घर लौट रहे थे। घायलों को इलाज के लिए भागलपुर रेफर किया गया है।
भागलपुर- दुमका मुख्य मार्ग पर बांका जिला अंतर्गत बाराहाट थाना क्षेत्र के लीलावरण गांव के पास रविवार को देर शाम यह हादसा हुआ। बांका सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत रैनिया गांव के एक ही परिवार के 9 सदस्य छठ पूजा के बाद मंदार परिभ्रमण के लिए एक टी यू वी 300 कार से गए हुए थे, जहां से रविवार की देर शाम वे सभी वापस लौट रहे थे।
कार पर सवार और बुरी तरह घायल संतोष रविदास के अनुसार कार पर उनकी पत्नी, ससुर, साली और साढू आदि मंदार घूमने गए थे। वहां से वापसी के दौरान रविवार की देर शाम लीलावरण के पास सामने से आ रहे एक वाहन से बचने के लिए स्टीयरिंग कटाने के दौरान उनकी कार तेज रफ्तार में एक पेड़ से टकरा गई।
इस टक्कर में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कार पर सवार संतोष कुमार के साढू जुलू रविदास, सास सुशीला रविदास, ससुर मदन रविदास, साली जमुना रविदास, साले का पुत्र स्मिथ रविदास, साढू का पुत्र विश्वजीत रविदास एवं आकाश रविदास तथा पत्नी सुमित्रा रविदास इस हादसे में बुरी तरह घायल हो गए। हादसे के ही दौरान चालक कार छोड़कर फरार हो गया।
घायलों के मुताबिक हादसे के बाद काफी देर तक वे जख्मी हालत में कार के अंदर ही फंसे रहे। चीख-पुकार सुनकर कुछ लोग वहां जुटे और उन्होंने कार में फंसे घायलों को बाहर निकालने की कोशिश की। इस हादसे में घायल हुए लोगों को बचाने में स्थानीय लोगों ने काफी हिम्मत और मानवता का परिचय दिया। इस बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। इनमें से एक बुरी तरह घायल संतोष रविदास की 35 वर्षीय पत्नी सुमित्रा रविदास काफी रक्तस्राव हो जाने की वजह से मौके पर ही दम तोड़ गई।
संतोष रविदास ने बताया कि उनकी पत्नी सुमित्रा रविदास बांका सदर प्रखंड अंतर्गत शंकरपुर स्थित सरकारी विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी। हादसे के बाद एंबुलेंस मंगवा कर सभी घायलों को बाराहाट अस्पताल पहुंचवाया गया जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों ने भागलपुर रेफर कर दिया। रविवार की देर रात खबर लिखे जाने तक घायलों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।