BANKA : बांका जिले की नदियों और उनके आसपास के इलाके में बालू माफियाओं का समानांतर शासन चल रहा है। बालू माफियाओं का दुस्साहस लगातार बढ़ता जा रहा है। उनकी हिमाकत पुलिस पर भारी पड़ रही है। हाल के दिनों में पुलिस और प्रशासन पर बालू माफियाओं के हमले ने भी यह बात प्रकारांतर से सिद्ध कर दी है।
बालू माफियाओं के इसी दुस्साहस की नज़ीर गत रात बांका जिला अंतर्गत अमरपुर थाना क्षेत्र के जेठौर घाट के समीप जनकपुर के आसपास सामने आई जब बालू माफियाओं ने अवैध बालू खनन के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचे पुलिस और खनन विभाग के काफिले पर हमला कर दिया। इस हमले में बांका के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं आधे दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इस हमले में किसी तरह बच गए पुलिसकर्मियों ने घायल एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव एवं पुलिसकर्मियों को बांका सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां प्रारंभिक इलाज करने के बाद एसडीपीओ की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक एसडीपीओ को सिर में गंभीर चोट लगी है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जेठौर घाट और उसके आसपास बड़े पैमाने पर बालू के अवैध उत्खनन की सूचना पर गत रात्रि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव अपने साथ खनन विभाग की टीम एवं सुरक्षाबलों को लेकर कार्रवाई करने पहुंचे थे। जनकपुर के पास बड़ी संख्या में ट्रक और ट्रैक्टर लगे थे जिन पर वहां अवैध रूप से डंप किया गया बालू लोड हो रहा था।
पुलिस के वाहन से उतरते ही बालू माफियाओं ने उन पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। इसे देखकर एसडीपीओ भी अपने वाहन से उतरे और हमलावरों को समझाने की कोशिश की। लेकिन हमलावर बालू माफियाओं ने उन्हें भी नहीं छोड़ा और उन पर लाठी डंडे से वार कर दिया। इस दौरान गोलीबारी की भी खबर है। इस हमले में एसडीपीओ और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।