बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले में वज्रपात से होने वाली मौतों का सिलसिला जारी है। वज्रपात से पिछले एक माह के दौरान बांका जिले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। वज्रपात की चपेट में आकर मौत का शिकार होने वालों में ज्यादातर गरीब, किसान व मजदूर शामिल हैं।
ताजा घटनाक्रम यह है कि बांका जिले के शंभूगंज एवं फुल्लीडुमर प्रखंडों में वज्रपात से एक महिला समेत दो की मौत हुई है। शंभूगंज प्रखंड के केलनी गांव में बारिश के दौरान एक घर के ऊपर ही वज्रपात होने से एक महिला की मौत हो गयी। बताया गया कि जिस समय वज्रपात हुआ, उस वक्त महिला छत के ऊपर बने मंडप में आराम कर रही थी।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक मृत महिला का नाम उत्तमा देवी था और उनकी उम्र 50 वर्ष थी। महिला राजेंद्र यादव की पत्नी बताई गई है। जब महिला छत पर आराम कर रही थी, तभी वज्रपात की धमक से अचेत हो गई। घर के लोग जब छत पर गए तब उन्हें बेहोशी की हालत में देख अस्पताल ले गए। लेकिन वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वज्रपात की एक अन्य घटना बांका जिले के ही फुल्लीडुमर प्रखंड अंतर्गत लौगांय गांव में हुई जहां इसकी चपेट में आने से बाबूलाल टुडू का 16 वर्षीय पुत्र दुखित लाल टुडू की मौत हो गई। बताया गया कि घटना के वक्त दुखित लाल गांव के स्कूल के समीप पशुओं को चरा रहा था। इसी दौरान बारिश होने लगी। बारिश के दौरान ही वज्रपात होने से इसकी चपेट में आकर उसकी मौत हो गई।