बांका लाइव ब्यूरो : तीन दिनों की संपूर्ण हड़ताल के बाद स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मी काम पर वापस लौट आए हैं। शुक्रवार को उन्होंने नियमित रूप से अपना कामकाज आरंभ कर दिया। इसके साथ ही जिले में स्वास्थ विभाग फिर से पटरी पर लौट आया है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपलिंग की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है।
बांका जिले में स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों के अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले जाने की वजह से कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपलिंग की प्रक्रिया बिल्कुल ठप पड़ गई थी। इस दौरान सैकड़ों लोग अपनी कोविड-19 टेस्ट कराने आए लेकिन उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मी केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय के आलोक में 21 जुलाई से 23 जुलाई तक संपूर्ण हड़ताल में रहे। इस दौरान न सिर्फ जिले में स्वास्थ्य विभाग का कामकाज बेपटरी रहा, बल्कि कोरोना के खिलाफ चल रहा राज्य सरकार का अभियान भी संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल की वजह से पूरी तरह ठप पड़ गया।
स्वास्थ्य विभाग के नियमित कर्मचारियों की तरह संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को भी कोरोना काल के दौरान कामकाज के लिए एक माह के अतिरिक्त वेतन भुगतान के अलावा वार्षिक वृद्धि 15% डिफाइन कर उसका भुगतान करने, मैनेजमेंट कैडर का समायोजन करने एवं अन्य ऑफिशियल शिष्टाचार के दायरे में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को भी रखने आदि की मांग को लेकर राज्य भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ बांका जिले के भी ऐसे कर्मी 21 जुलाई से 23 जुलाई तक हड़ताल पर रहे।
ये सुन कर अच्छा लगा कि स्वास्थ्यकर्मी का हड़ताल टूटा और धन्यवाद बांका लाइव को जो हर खबर पर नजर रखते हैं और जनसाधारण में प्रसारित करते हैं..