Banka Live (ब्यूरो रिपोर्ट) : बिहार के बांका जिले में दूसरे कोरोना संक्रमित की पुष्टि होने के बाद जहां जिले के लोगों में भय और दहशत का माहौल है, वहीं इससे उत्पन्न परिस्थितियों में जिला प्रशासन की भी चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। इस बीच बांका जिला अंतर्गत बेलहर प्रखंड के जिस विशनपुर गांव से कोरोना पॉजिटिव केस आज मिला है, उसके 3 किलोमीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए इलाके को सील कर दिया गया है।

जिलाधिकारी सुहर्ष भगत एवं एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने आज शाम आयोजित संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी दी। जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने बताया कि संपूर्ण बिशनपुर गांव और इसके प्रत्येक घर को सैनिटाइज किया जाएगा। साथ ही गांव के चारों ओर 3 किलोमीटर तक के क्षेत्र को सील कर दिया गया है। इस इलाके में किसी के भी आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई है।
जिलाधिकारी के अनुसार बांका जिला अंतर्गत अमरपुर प्रखंड के मैनमा तथा बेलहर प्रखंड के विशनपुर गांव से जुड़े उन 70 लोगों की पहचान की गई है जो किसी न किसी तरह संक्रमित मरीज की चेन से जुड़े हैं। इनमें से 40 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। साथ ही उन्हें बांका में आइसोलेशन में रखा गया है। शेष 30 अन्य लोगों को भी अलग स्थानों पर आइसोलेट करते हुए उनके सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
डीएम ने कहा कि अमरपुर के मैनमा तथा बेलहर के बिशनपुर गांव के मामले की वजह से बांका जिले के विशेष रुप से चार प्रखंड अमरपुर, बेलहर, शंभूगंज तथा फुल्लीडुमर प्रभावित हुए हैं। इन चारों प्रखंडों डोर टू डोर स्क्रीनिंग का निर्देश दिया गया है। साथ ही मुंगेर जिले की सीमा से लगे बेलहर प्रखंड के सभी गांवों में डोर टू डोर स्क्रीनिंग प्राथमिकता के आधार पर करने का आदेश दिया गया है। बाकी इन 70 लोगों में से संबंधित गांवों में भी डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराई जा रही है।
इस बीच, आज बांका जिले की सीमा से लगे झारखंड के देवघर जिले में एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज के सामने आने के बाद बांका जिला प्रशासन जिले के इस हिस्से को लेकर काफी सतर्क हो गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि बांका जिले के दक्षिणी सीमांत चांदन प्रखंड के जो तीन पंचायत देवघर जिले की सीमा से लगे हैं, वहां डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराई जा रही है। साथ ही वहां की स्थितियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
प्रेस ब्रीफिंग में जिलाधिकारी ने कहा कि बांका सदर अस्पताल की बहुआयामी उपयोगिता को देखते हुए कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की जा रही है। मतलब सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज नहीं रहेंगे। सदर अस्पताल से आइसोलेशन वार्ड भी हटाया जा रहा है। इसके लिए शहर के दो प्रमुख होटलों तथा एक सरकारी भवन का चयन किया गया है, जहां उन्हें रखा जाएगा। संदिग्ध मरीजों के सैंपल संग्रह की भी व्यवस्था सदर अस्पताल से हटाकर अन्यत्र की जा रही है।