बांका लाइव ब्यूरो : गैंगरेप की पीड़िता 12 वर्षीय बच्ची के मामले में पुलिस का भी एक बेहद गैर जिम्मेदार चेहरा सामने आया है। गैर जिम्मेदारी के इस पैरामीटर में बौंसी पुलिस आगे रही या गोड्डा पुलिस, यह तो जांच का विषय हो सकता है, लेकिन सच यह है कि बेहद नाजुक हालत में बौंसी रेफरल अस्पताल से बांका सदर अस्पताल रेफर कर दिए जाने के बाद भी अस्पताल ले जाए जाने की जगह बच्ची को गोड्डा पुलिस के हवाले कर देना ही बौंसी पुलिस को ज्यादा मुफीद लगा!
दरअसल, बच्ची के लापता होने के बाद उसके परिवार के लोगों ने झारखंड के गोड्डा जिला अंतर्गत पथरगामा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर वहां के पुलिस पदाधिकारी सूचना पाकर मामले की जांच और बच्ची की बरामदगी के लिए बौंसी थाना पहुंचे। बच्ची ने अपना घर पथरगामा थाना अंतर्गत दोमाटी गांव बताया था। गांव के बाहरी हिस्से से बांका के बेलहर क्षेत्र निवासी दो युवकों द्वारा उसे अगवा कर उसके साथ गैंगरेप किए जाने की बात भी उसने पुलिस को बताई थी।
इससे पहले बौंसी बाजार के मुख्य चौक पर बेहद गंभीर हालत में बच्ची को देख कुछ स्थानीय लोगों ने उसे मानवता के नाते बौंसी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया था। रेफरल अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए उसे बांका सदर अस्पताल रेफर कर दिया था।
डॉक्टरों ने तब कहा था कि बच्ची का अत्यधिक रक्तस्राव हो जाने की वजह से उसकी हालत गंभीर है। उसे ब्लड चढ़ाने की जरूरत है जो बौंसी रेफरल अस्पताल में संभव नहीं है। सूचना पाकर तब तक बौंसी पुलिस भी रेफरल अस्पताल पहुंच चुकी थी। वहां पुलिस ने पीड़ित बच्ची से पूछताछ की थी।
रेफरल अस्पताल से बांका सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिए जाने के बाद बौंसी पुलिस ने बच्ची को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। बच्ची को पुलिस थाना ले आयी। लेकिन तब तक पथरगामा पुलिस भी बच्ची की तलाश करते हुए बौंसी थाना पहुंच गयी। अपने थाना में दर्ज मामले का हवाला देते हुए पथरगामा पुलिस ने उसे उन्हें सौंपने का अनुरोध बौंसी पुलिस से किया।
बौंसी पुलिस ने भी बजाय गंभीर रूप से जख्मी बच्ची को बांका सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के, उसे पथरगामा पुलिस के हवाले करना स्वीकार कर लिया। पथरगामा की पुलिस उसे अपने साथ ले गई। बौंसी थाना पहुंची पथरगामा पुलिस के पदाधिकारी ने कहा कि उसका मेडिकल जांच गोड्डा सदर अस्पताल में कराया जाएगा। अपने साथ ले जाए जाने के बाद प्लीज बच्ची के मामले में पथरगामा पुलिस ने आगे क्या किया, इस बारे में विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।