बांका लाइव डेस्क : बांका जिले के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। इस जिले के प्राचीन और पौराणिक धरोहर मंदार सांस्कृतिक क्षेत्र को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की कवायद पर्यटन विभाग ने तेज कर दी है। मंदार पर्वत और आसपास के सांस्कृतिक क्षेत्र को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की मांग यहां अरसे से उठती रही है। लेकिन देर से ही सही, पर्यटन विभाग ने अब जाकर इस दिशा में कुछ सकारात्मक और रचनात्मक कदम उठाए हैं, जिससे यहां के लोगों में इस पर्यटन क्षेत्र के वाकई विकास हो जाने की उम्मीद जगी है।

मंदार पर्वत और इसके आसपास के इलाके में पौराणिक और प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर भरे पड़े हैं जिनके पुनरुद्धार की जरूरत काफी अरसे से महसूस की जा रही थी। हिंदुओं के साथ साथ जैन तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य की निर्वाण भूमि होने की वजह से जैन धर्मावलंबियों के लिए भी यह क्षेत्र समान रूप से पवित्र और महत्वपूर्ण है। यह एक तीर्थ क्षेत्र है और हिंदू सनातनी एवं जैन मताबलंबी सालों घर यहां तीर्थ व पर्यटन के लिए लगातार आते रहते हैं।
पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं के बावजूद क्षेत्र प्रायः उपेक्षित ही रहा। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से पर्यटन विभाग की इस क्षेत्र के पुनरुद्धार के लिए दृष्टि खुली है तो कुछ ना कुछ काम लगातार चलने आरंभ हो चुके हैं। इस दिशा में समय-समय पर यहां सौंदर्यीकरण का काम होते रहे हैं। लेकिन जितने हुए उससे कहीं ज्यादा बिगड़ते भी चले गए। अलबत्ता ठोस रूप में मंदार पापहरणी स्थित सफाहोड़ मंदिर से मंदार शिखर तक रोप- वे निर्माण का काम शुरू किया गया, जो अब पूर्णता के करीब है।
इसी बीच जंगल सफारी की तर्ज पर मंदार क्षेत्र के भ्रमण एवं पर्यटन हेतु पर्यटकों की सुविधा के लिए ओपन ट्रैकिंग कार की भी व्यवस्था पर्यटन विभाग की ओर से यहां की गई है। पर्यटन विभाग द्वारा environment-friendly बैटरी चालित ओपन ट्रैकिंग कार यहां भेजे गए हैं। फिलहाल 8 कार यहां दो दिन पूर्व ही पहुंच चुके हैं। जल्द ही इन्हें पर्यटकों की सुविधा के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। 6 सीट वाले इन ओपन ई- कार की विशेषता है कि ये क्षेत्र के पर्यावरण को भी दूषित नहीं करेंगे। बिजली से चार्ज होकर इनकी बैटरी ही इंधन का काम करेगी।
पर्यटन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक इन ओपन ट्रैकिंग कार की सुविधा चालू करने से पूर्व इन्हें सुरक्षित रखने के लिए स्टैंड शेड एवं चार्जिंग प्वाइंट आदि का निर्माण कराया जाएग। ये काम भी जल्द ही करा लिए जाएंगे, ताकि इस सुविधा को पर्यटकों के लिए चालू किया जा सके। ओपन ट्रैकिंग कार की सुविधा चालू हो जाने के बाद पर्यटक इस पर बैठकर मंदार पर्वत तथा इसके आसपास के प्राचीन एवं पौराणिक महत्व वाले सांस्कृतिक धरोहरों का दीदार एवं अध्ययन कर सकेंगे।
इधर मंदार क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए एक और बड़ी योजना के यहां पहुंचने की पुष्टि पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने की है। इसके लिए अधिकारियों ने गुरुवार को क्षेत्र का दौरा कर योजना चालू करने की संभावनाओं का भी जायजा लिया। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मंदार तथा आसपास के क्षेत्र में पेयजल संकट की समस्या दूर करने के लिए एक करोड़ की योजना है। इस योजना के अंतर्गत मंदार क्षेत्र के आसपास के तमाम महत्वपूर्ण बिंदुओं के अलावा पर्वत क्षेत्र एवं मंदिरों व पापहरणी में भी पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।