बांका लाइव ब्यूरो : एक ही सप्ताह में तीन सगे भाइयों समेत 4 लोगों की एक के बाद एक हुई मौत से लोगों के बीच दहशत फैल गई है। इस बीच कुछ लोगों ने इन मौतों के पीछे कोरोना संक्रमण की बात फैला कर स्थिति को और गंभीर बना दिया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी की मौत कोरोना से नहीं हुई है और ना ही मृतकों के परिवार में किसी को कोरोना संक्रमण है।

मामला बांका जिले की सबसे बड़ी व्यावसायिक मंडी अमरपुर बाजार का है जहां तीन सगे भाइयों की मौत को लेकर मृतकों के घर में मातम का माहौल है वहीं आसपास सन्नाटा पसरा है। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार चौधरी शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ अमरपुर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
स्वास्थ विभाग ने अमरपुर हाट तथा इसके आसपास से शुक्रवार को रैपिड टेस्ट किट के जरिए 88 संदिग्ध लोगों का सैंपल लेकर जांच किया। लेकिन इनमें से 87 टेस्ट नेगेटिव निकले। एक टेस्ट पॉजिटिव निकला। जिस व्यक्ति का टेस्ट पॉजिटिव निकला उसकी अपनी मिठाई की दुकान है और वह उसी दुकान पर बैठता है। जिस परिवार के तीन सगे भाइयों की मौत एक के बाद एक विगत एक सप्ताह के दौरान हो गई, उस परिवार के भी सभी लोगों की कोरोना जांच की गई। लेकिन सभी निगेटिव निकले। इस बात की पुष्टि अमरपुर रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने की।
डॉ चौधरी ने इस बात के लिए आगाह किया कि भले ही मृतकों के परिवार में किसी को संक्रमण नहीं है, लेकिन अमरपुर हटिया के समीप मिले एक पॉजिटिव केस के चलते संक्रमण की आशंका है। इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। इस बीच अनुमंडल दंडाधिकारी के आदेश पर अमरपुर हटिया स्थित उस मोहल्ले को सील कर दिया गया है जहां कोरोना संक्रमित की पहचान हुई है।
इधर, अमरपुर हटिया मोहल्ले के जिस परिवार में तीन सगे भाइयों की मौत एक के बाद एक विगत एक सप्ताह के दौरान हो गयी, उसके बारे में जो जानकारी मिली वह बेहद ही मार्मिक है। हालांकि स्वास्थ विभाग के मुताबिक तीनों भाइयों की मौत अन्य बीमारियों से हुई है। बताया गया कि परिवार के एक भाई की मौत करीब एक सप्ताह पूर्व हार्ट प्रॉब्लम की वजह से हुई थी। इसके सिर्फ 2 दिनों बाद दूसरे भाई की भी मौत किडनी प्रॉब्लम के चलते हो गई।
इसी बीच किसी ने अफवाह उड़ा दी कि दोनों की मौत कोरोना से हुई है। इस अफवाह के बाद समाज के लोग उस परिवार से परहेज करने लगे। लोगों ने उस होकर आना जाना बंद कर दिया। इससे परिवार का तीसरा भाई बुरी तरह दहशत और सदमे में आ गया। कल रात उनकी तबीयत बिगड़ी। स्थानीय स्तर पर चिकित्सक को दिखाने पर पता चला कि उनका रक्तचाप बेहद निम्न है। परिवार के लोग इस आशंका से कि फिर कहीं कोई अनहोनी ना हो जाए, बेहतर इलाज के लिए उन्हें भागलपुर ले जा रहे थे। लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
परिवार में इस तीसरी मौत के बाद समाज में कोरोना संक्रमण की अफवाह को और बल मिल गया। हालांकि इससे पहले गुरुवार को मृतकों में से एक भाई की बेटी ने स्थानीय पत्रकारों से गुहार लगाई थी कि उनके परिवार के सभी लोगों की कोरोना जांच करा दी जाए। स्थानीय पत्रकारों की सूचना पर रेफरल अस्पताल के प्रभारी एवं नोडल अफसर डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने शुक्रवार को उनकी जांच कराने की बात कही थी। लेकिन इससे पहले ही तीसरे भाई की मौत हो गई।
इसी सीक्वेंस में अमरपुर बाजार में शुक्रवार को एक और बड़ी घटना हो गई। अमरपुर हटिया मोहल्ले में एक ही परिवार के तीन सगे भाइयों की एक के बाद एक हुई मौत की खबर से सदमे में अमरपुर लीची बागान के समीप रहने वाला एक अन्य शख्स हाइपरटेंशन में आ गया। उनका रक्तचाप एकाएक काफी बढ़ गया। शरीर से पसीने छूटने लगे। चिकित्सकों के अनुसार पहले उनका रक्तचाप 170/110 था जो कुछ ही देर में बढ़कर 270 तक पहुंच गया। हार्ट पेन भी होने लगा और देखते ही देखते उनकी मौत हो गई।
शुक्रवार को अमरपुर में हुई इस इस कड़ी की चौथी मौत ने पूरे कस्बे को दहला दिया। बाजार क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया। हर तरफ एक ही चर्चा होने लगी। लोग अपने घरों में कैद हो गए। इन घटनाओं की खबर दावानल की तरह इलाके के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गई। ग्रामीण क्षेत्रों से भी शुक्रवार को अमरपुर की तरफ आने वाले लोगों के पांव अपने ही घरों में रुक गए। इसी बीच सूचना पाकर अनुमंडल दंडाधिकारी स्वास्थ विभाग की टीम को लेकर अमरपुर पहुंचे। प्रभावित क्षेत्र को सील कर दिया गया। मोहल्ले का सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। लेकिन फिर भी लोगों में दहशत का माहौल कायम है।