ब्यूरो रिपोर्ट (बांका लाइव मीडिया) : नीतीश कुमार को परिस्थितियों का मुख्यमंत्री बताना बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय को भारी पड़ गया। उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। टुन्ना पांडे को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध बोलना और अपने पार्टी के अनुशासन का उल्लंघन करना भारी पड़ गया है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शुक्रवार को एक पत्र जारी करते हुए एमएलसी टुन्ना पांडेय के पार्टी से निलंबन की जानकारी दी। टुन्ना पांडेय द्वारा मुख्यमंत्री के विरुद्ध किए गए ट्वीट पर बीजेपी ने उनके विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
पार्टी नेतृत्व ने टुन्ना पांडेय को 10 दिनों के अंदर नोटिस का संतोषजनक जवाब देने को कहा था। पार्टी ने अपने नोटिस में यह भी साफ कर दिया था कि यदि उनका का संतोषजनक जवाब नहीं आया तो उनके खिलाफ पार्टी में रहते हुए इस प्रकार की अनुशासनहीनता को लेकर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने विगत दिनों में जदयू के खिलाफ कई बार बयानबाजी की थी। उन्होंने ट्वीट कर नीतीश कुमार को परिस्थितियों का मुख्यमंत्री बताया था। उन्होंने कहा था कि राज्य के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तीसरे नंबर की पार्टी होने के बाद भी नीतीश कुमार सीएम बने तो यह सिर्फ उनका लक था।
बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने यह भी कहा था कि उन्हें किसी से डर नहीं लगता। वह नीतीश कुमार के खिलाफ बोलते रहे हैं और आगे भी बोलते रहेंगे। क्योंकि नीतीश कुमार उनके नेता नहीं है।
उधर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान पार्षद संजय सिंह ने टुन्ना पांडेय के वक्तव्य पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बीजेपी एमएलसी के ऐसे बयान गैर जिम्मेदाराना हैं। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार के खिलाफ जो भी बोलेगा उसे हम छोड़ेंगे नहीं और बोलना तो हमारी पार्टी के लोगों को भी आता है। सहनशीलता की भी कोई सीमा होती है और उस सीमा को कोई पार करेगा तो वे भी चुप नहीं बैठेंगे।