बांका लाइव ब्यूरो : बिहार में कानूनी तौर पर पूर्ण शराबबंदी है। राज्य में शराब की खरीद-फरोख्त, ट्रांसपोर्टेशन और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक है। लेकिन काली कमाई के लालची तस्करों को इससे क्या! उनका कारोबार तो बस जारी रहना चाहिए, ताकि उनकी अधिकतम काली कमाई सुनिश्चित हो सके। अब इस मकसद में वे कैसे कैसे प्रयोग करते हैं, यह जानने के बाद आप भी दांतों तले उंगली दबाने पर विवश हो जाएंगे।

चलिए, उनके अन्य प्रयोगों की बात कभी और..! लेकिन इनमें से एक प्रमुख प्रयोग है एंबुलेंस का, जिनके सहारे वे बेखौफ शराब की तस्करी को अरसे से अंजाम देते रहे हैं। ऐसी ही शराब तस्करी के एक मामले का उद्भेदन बुधवार को बांका जिले के बौंसी थाना क्षेत्र में पुलिस ने किया। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए बांका के रास्ते झारखंड से एंबुलेंस पर भारी मात्रा में भागलपुर ले जाई जा रही शराब जब्त की। इस कारोबार में संलिप्त तीन तस्करों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार शराब की यह बड़ी खेप झारखंड क्षेत्र से भागलपुर ले जायी जा रही थी। तस्करों ने शराब की इस खेप को दुमका- भागलपुर रोड से बांका के रास्ते निकालने की योजना बनाई थी, जिसकी गुप्त सूचना पुलिस को हासिल हो गई। पुलिस में घात लगाकर कार्रवाई की और उन्हें रंगे हाथ धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार शराब के साथ जिन 3 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें भागलपुर के जगदीशपुर थाना अंतर्गत बैजानी गांव निवासी चितरंजन पांडेय, इशाकचक मोहल्ला, भागलपुर निवासी गौतम कुमार एवं इशाकचक का ही संदीप कुमार शामिल है। हालांकि इनमें से एक खुद को एंबुलेंस का चालक बताता है। एंबुलेंस के रूप में टाटा सुमो को इस्तेमाल किया जा रहा था। पुलिस जांच कर रही है कि वाक़ई यह एंबुलेंस है अथवा इसे एंबुलेंस का छद्म स्वरूप दिया गया है।

पुलिस के अनुसार इन तस्करों के साथ जो शराब की बड़ी खेप बरामद की गयी, उसमें करीब 142 लीटर विदेशी शराब शामिल है। इनमें 750ml के 60 बोतल रॉयल चैलेंज ब्रांड, 375ml के 48 बोतल रॉयल चैलेंज ब्रांड, 180ml के 144 बोतल रॉयल स्टैग ब्रांड एवं 180ml के ही 236 बोतल रॉयल राइडर ब्रांड शामिल हैं। इसके अलावा 500ml के 21 बोतल मार्टेन्स बीयर भी पुलिस ने उनके पास से बरामद किए हैं। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।