BREAKING : बांका में 7 क्विंटल गांजा बरामद, ट्रक जप्त, चालक- खलासी गिरफ्तार

बांका लाइव ब्यूरो : विभिन्न तस्कर गिरोहों के लिए बांका जिला एक सुरक्षित कॉरिडोर बन गया है। शराब, बालू और गांजा के साथ साथ अन्य नशीले पदार्थों की अंतरराज्यीय तस्करी के लिए तस्कर गिरोह झारखंड की सीमा से लगने वाली बांका जिले की सड़कों का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते रहे हैं। जब तब उनके खिलाफ कार्रवाई भी हुई है तो बड़े कारोबार और गिरोहों का पर्दाफाश हुआ है। बावजूद, इस जिले से होकर तस्करी का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा।

ऐसे मामलों के उद्भेदन में एक बार फिर पटना एसटीएफ को आज बड़ी सफलता मिली, जब सर्विलांस एक्शन पर कार्रवाई करते हुए पटना एसटीएफ की एक टीम ने हंसडीहा- भागलपुर रोड पर स्थित बांका जिले के बौंसी बाजार के पास एक ट्रक को जप्त करते हुए इस पर लदा करीब 7 क्विंटल गांजा बरामद किया। कार्रवाई टीम का नेतृत्व पटना एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर विकास कुमार कर रहे थे।

जानकारी के अनुसार यह ट्रक झारखंड से हंसडीहा- भलजोर होकर भागलपुर की ओर जा रहा था। पटना एसटीएफ की टीम ने सर्विलांस के आधार पर झारखंड सीमा से ही इस ट्रक का पीछा किया। जब यह ट्रक बौंसी बाजार से होकर गुजर रहा था, तभी उसे रोक दिया गया। ट्रक की तलाशी ली गई तो उसमें तिरपाल से ढक कर रखे गांजे के 70 पैकेट बरामद किए गए। एसटीएफ टीम ने ट्रक सहित गांजे को जप्त करते हुए इसके चालक तथा खलासी को गिरफ्तार कर लिया।

बरामद ट्रक एवं उस पर लदे गांजा के साथ साथ गिरफ्तार चालक व खलासी को बाद में बौंसी थाना लाया गया। ट्रक से बरामद गांजा के पैकेट की गिनती की गयी। बताया गया कि ट्रक पर गांजे के 70 पैकेट लदे थे, जिनका वजन करीब 7 क्विंटल है। इस कार्रवाई में बौंसी के थानाध्यक्ष राजेश कुमार एवं धोरैया थाना अध्यक्ष रवि कुमार सहित एसटीएफ टीम के जवान शामिल थे। 

एक सूत्र के मुताबिक ट्रक का नंबर पूर्णिया जिले का है और गांजा भी संभवतः पूर्णिया की ओर ले जाया जा रहा था। इस मामले में ट्रक के चालक एवं खलासी से पूछताछ की जा रही है। गांजा तस्करी के इस कारोबार में शामिल गिरोह तथा इसके सरगना के बारे में अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है। गांजा की जब्ती बाराहाट के अंचलाधिकारी की मौजूदगी में हुई। इस बीच एसडीपीओ के चार्ज में रहे डीएसपी हेड क्वार्टर संजय कुमार भी मौके पर पहुंचे तथा एसटीएफ की इस बड़ी कार्रवाई को लेकर जानकारी हासिल की।

ज्ञात हो कि करीब साल भर पूर्व पटना एसटीएफ की ही एक टीम ने बहुत कुछ इसी तर्ज पर कार्रवाई करते हुए शराब तस्करी में शामिल एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस गिरोह का कारोबार देवघर (झारखंड) स्थित संचालित होने वाली एक बोतल बंद पेयजल फैक्ट्री से जुड़ा था, जो दरअसल बोतल बंद पानी के नाम पर बड़े पैमाने पर नकली शराब का निर्माण कर बिहार के विभिन्न हिस्से में तस्करी के जरिए उन्हें भेजने का कारोबार चला रहा था। इस गिरोह में बेगूसराय और नालंदा के बड़े शराब तस्कर शामिल थे, जो पशु चारे के रूप में इस्तेमाल होने वाले भूसे के ढेर में छिपाकर ट्रक से शराब की बोतलें बड़े पैमाने पर तस्करी कर रहे थे, जिन्हें एसटीएफ पटना की टीम ने बौंसी क्षेत्र में ही रंगे हाथ धर दबोचा था।

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