बांका लाइव ब्यूरो : बांका में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब खतरनाक दौर में पहुंच चुकी है। बांका सहित जिलेभर में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। सर्वाधिक खतरनाक स्थिति यह है कि जिला मुख्यालय शहर बाका में कोरोना संक्रमण के अब तक करीब 3 दर्जन मामले सामने आ चुके हैं।

बांका नगर परिषद क्षेत्र के देवदा एवं विदायडीह के बाद कोरोना ने अब शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित पुरानी बस स्टैंड और इससे लगे इलाके की कॉलोनियों और विजय नगर व करहरिया को अपना शिकार बनाया है। इस हिस्से में विगत तीन-चार दिनों के भीतर कोरोना संक्रमण के करीब दो दर्जन मामले सामने आने के बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया है।
कोरोना संक्रमण के प्रकोप से सरकारी विभाग भी अछूते नहीं रहे हैं। कलेक्ट्रेट के ईवीएम कोषांग तथा कोषागार के कर्मियों को पहले ही कोरोना संक्रमण हो चुका है। गुरुवार को आई रिपोर्ट में समाहरणालय के ही एक और कर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई।
खास बात यह है कि लॉकडाउन के अंतिम दौर में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए यहां पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिकों के आने का सिलसिला अब थम चुका है। उस दौर में प्रवासी श्रमिकों में पाए गए कोरोना संक्रमण को लेकर यहां के लोग यह समझते रहे कि संक्रमण माइग्रेटेड है और जिले की स्थाई आबादी को इससे बहुत परेशानी नहीं।
लेकिन अब जबकि यह दौर थम चुका है, नए सिरे से जिले में हो रहे कोरोना संक्रमण ने सब की नींद उड़ा दी है। खतरनाक स्थिति यह भी है कि लॉक डाउन नहीं रहने की वजह से अब लोग अपने मूवमेंट को लेकर बहुत सतर्क नहीं हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं के बराबर हो रहा है। लोग बुरी तरह लापरवाही बरत रहे हैं। तमाम सरकारी और प्रशासनिक हिदायतों के बाद भी बेहद कम लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं।
इस बीच बांका में लगातार सामने आ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर लोगों में हड़कंप है। संक्रमण का विस्तार तेजी से हो रहा है, इस बात से भी लोग चिंतित हैं। गुरुवार को यहां सामने आए 20 नए मामलों के बाद शुक्रवार को भी 7 नए कोरोना पॉजिटिव मामलों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। इनमें भी बांका शहरी क्षेत्र के मामले हैं। इसके साथ ही बांका जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों का आंकड़ा बढ़कर अब 291 तक पहुंच चुका है।