EXCLUSIVE : क्या बिहार में एक बार फिर से बढ़ेगी लॉकडाउन की अवधि?

बांका लाइव ब्यूरो : अब जबकि बिहार में जारी लॉकडाउन के वर्तमान सत्र की अवधि पूरी होने वाली है, यह सवाल एक बार फिर से सूबे के लोगों के जेहन में तैरने लगी है कि क्या बिहार में एक बार फिर से लॉक डाउन की अवधि बढ़ाई जाएगी! या फिर इसे यहीं रोक कर राज्य में कोरोना से लड़ते हुए जनजीवन को सामान्य करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी!

इन दोनों ही सवालों के कोई आधिकारिक जवाब इस वक्त उपलब्ध नहीं हैं। कम से कम रविवार की दोपहर तक तो बिल्कुल नहीं। लेकिन जो परिस्थितिजन्य स्थितियां हैं उनसे जाहिर है कि सरकार की मंशा शायद अब राज्य में लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने की नहीं है। जानकार इसके पीछे कई तर्क भी दे रहे हैं।

सबसे बड़ा तर्क तो यह है कि इसी वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने भी तकरीबन स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में विधानसभा चुनाव अपने निर्धारित समयानुसार होंगे। ऐसे में अगर एक बार और लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाती है तो अगले कम से कम दो सप्ताह के लिए इसे जारी रखने की बात होगी। और इन दो सप्ताहों तक चुनाव की तैयारियों को विराम देना पड़ेगा।

फिर चुनाव की तैयारियों को लेकर समय कम पड़ सकता है। चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य की वर्तमान सरकार की अपनी चिंताएं हैं। दो दिन पूर्व राज्य में 5 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का रिमोट शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने भी इन चिंताओं की ओर इंगित किया था। राज्य में घोषणाओं, कार्यक्रमों और प्रचार प्रसार का अभियान तेज हो चुका है।

विपक्षी दल हालांकि राज्य में विधानसभा चुनाव को वर्तमान हालात में नहीं कराने की मांग बार-बार निर्वाचन आयोग से कर रहे हैं, लेकिन कुछ रोज पूर्व निर्वाचन आयोग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में चुनाव निर्धारित समय पर ही होंगे। इसके लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर करने का निर्देश भी आयोग ने राज्य के अधिकारियों को दिया है।

बिहार में लॉकडाउन की वर्तमान अवधि 16 अगस्त को समाप्त हो रही है। इससे पहले 31 जुलाई को राज्य सरकार ने लॉकडाउन के इस सत्र की घोषणा की थी। हालांकि 29 जुलाई को ही एक पत्र वायरल हुआ था जिसमें 1 अगस्त से 16 अगस्त तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाए जाने की बात कहीं गई थी। इस पत्र पर किसी का सिग्नेचर नहीं था और गृह विभाग के साथ-साथ आईपीआरडी ने भी इस वायरल पत्र को फर्जी करार दिया था।

लेकिन सच यह है कि हूबहू इसी पत्र में निर्धारित गाइडलाइंस के आधार पर ही 31 जुलाई की शाम बिहार में पुनः 1 से 16 अगस्त तक के लिए लॉकडाउन लगाए जाने की घोषणा की गई थी। उस वक्त की स्थिति स्थितियां यह थीं कि वाकई दो दिन पूर्व कार्मिक विभाग ने गृह विभाग को लॉकडाउन बढ़ाए जाने का प्रस्ताव भेजा था। गृह विभाग ने इसे मंत्रालय भेज दिया था। मंत्री परिषद की बैठक अगले दिन होनी थी, जिसमें लॉक डाउन को लेकर निर्णय लिया जाना था।

लेकिन इस बार लॉकडाउन की अवधि पूरी होने के दिन तक सरकार के स्तर पर इस बारे में कोई नई चर्चा नहीं देखी-सुनी जा रही। संभव है अंतिम चरणों में सरकार कोई निर्णय ले ले! लेकिन राजधानी में बैठे सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों को कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार और जानकार मीडिया कर्मी भी इस बात को लेकर संशय में हैं। हालांकि उनका मानना है कि अगर इस बारे में कोई निर्णय होना होता तो अब तक कुछ बात निकल कर जरूर सामने आ गई होती।

वर्ष 2015 में 15वीं विधानसभा का सत्र 29 नवंबर को पूरा हुआ था। 16वीं विधानसभा भी इस हिसाब से 29 नवंबर तक है। उस वक्त तक नई 17वीं विधानसभा का गठन हो जाना है। ऐसे में जाहिर है कि नवंबर के तीसरे सप्ताह तक बिहार में विधानसभा के चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जानी है। इस चुनाव के लिए 15 सितंबर तक अधिसूचना जारी होने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि बिहार में जहां पहले 7 से 10 चरणों में विधानसभा चुनाव होते थे, इस बार 2 से 4 चरणों में चुनाव संपन्न करा लिए जाने की आयोग और बिहार सरकार दोनों की मंशा है। हालांकि इस पर कोई ठोस निर्णय अभी होना है।

इस बीच बिहार विधानसभा चुनाव की निकट आती तिथियों को देखते हुए बिहार में एक बार फिर से लॉकडाउन बढ़ाए जाने की चर्चा को विराम लगता प्रतीत होता है। बहुत संभव है कि वर्तमान दौर में कोरोना संक्रमण की गति को देखते हुए कुछ खास चुनिंदा प्रभावित क्षेत्रों में आंशिक प्रतिबंध जारी रखे जाएं। बाकी के क्षेत्रों में जनजीवन को सामान्य करने की प्रक्रिया को छूट दी जा सकती है। क्योंकि तभी चुनाव की तैयारियों को गति दी जा सकेगी। जानकारों का मानना है कि बिहार में आसन्न विधानसभा चुनावों को देखते हुए समय की मांग और जरूरत भी इसी बात की है।

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