अंकित गौतम / भागलपुर : एक तरफ जहां कुख्यात अपराधी कपिल यादव की गिरफ्तारी पर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। वहीं दूसरी ओर उसका सांसद अजय मंडल के घर पर गिरफ्तार करना एक बड़ी समस्या बन गई है। कुख्यात कपिल यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो चुकी है। विपक्षियों का जेडीयू सांसद अजय मंडल पर आरोपों का हमला आरंभ हो चुका है। इसी आरोप प्रत्यारोप के बीच आरजेडी के स्पोकपर्सन और आरजेडी के बिहार के जनरल सेक्रेटरी चितरंजन गगन ने इस संबंध में ट्वीट किया है। चितरंजन गगन ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “जी हां हम उस बिहार में रहते हैं जहां पर अपराधी को भी भगवान माना जाता है….. एनडीए सरकार का अपराध मुक्त बिहार ???”
विपक्षियों का कहना है कि जेडीयू सरकार इसी प्रकार एक तरफ अपराधियों को संरक्षण देती है और दूसरी तरफ अपराध मुक्त बिहार की घोषणा करती है। जानकारी के लिए बता दें कि भागलपुर के कुख्यात अपराधी कपिल यादव को जदयू सांसद अजय मंडल के घर पर सड़क निर्माण की ठेकेदारी के संदर्भ में बातचीत करने के बाद सांसद के आवास से निकलते हुए गिरफ्तार किया गया है। अब विपक्षी दलों का जेडीयू के ऊपर यह आरोप है कि यदि सरकार ही इस प्रकार के अपराधियों को संरक्षण देगी तो अपराधियों का मनोबल बढ़ना स्वाभाविक है।
जेडीयू सांसद अजय मंडल ने एक अपराधी के साथ इस प्रकार के संबंध के द्वारा यह साबित कर दिया है कि जदयू मुख में राम बगल में छुरी जैसे मुहावरे को साबित करती है। एक और तो जेडीयू बिहार को अपराध मुक्त बनाने की घोषणा करते हैं और दूसरी और जेडीयू के ही सांसद कुख्यात कपिल यादव जैसे अपराधियों के साथ संबंध रखती है। और तो और अपने आप को बचाने के लिए यह भी करती है कि उसके घर पर आए अपराधी भी भगवान है। जेडीयू सांसद का यह ढोंग बहुत ही निंदनीय और शर्मनाक है।
एक राजनीतिक प्रतिनिधि जिसकी जिम्मेदारी जनता के प्रति है उसका संबंध इस प्रकार से किसी अपराधी के साथ हो यह कतई उचित नहीं है। यह घटना जनता का सरकार के ऊपर विश्वास पर भी वार करती है। जानकारी हेतु बताते चलें कि अपराधी कपिल यादव का अपराध की दुनिया में बड़ा नाम है। उस पर छोटे-बड़े कुल 22 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं इसमें कई हत्या, लूट, रंगदारी किडनैपिंग, एक्सटॉर्शन जैसे मामले भी हैं। पिछले माह छोटी खंजरपुर चौक के पास घर पर कपिल ने हनी साह के घर पर गोलीबारी की थी जिसके बाद उसकी तलाशी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी।