बांका लाइव ब्यूरो : हादसों की वजह से सोमवार को बांका जिले की सड़कें लाल हो गईं। सोमवार को एक ही दिन में चार लोगों की मौत बांका जिले की सड़कों पर विभिन्न हादसों में हुई। मरने वालों में एक आंगनवाड़ी सेविका समेत दो महिलाएं भी शामिल हैं। एक हादसे में एक ट्रक चालक की भी मौत हो गई जबकि दूसरी घटना में 25 वर्ष का एक युवक काल के गाल में समा गया।
बांका जिले में सड़क हादसों का सिलसिला कोई नया नहीं है। यहां की सड़कों पर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते फर्राटा चलने वाले वाहनों की वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं। बाइक दुर्घटनाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इसकी वजह यह भी है कि सड़कें चिकनी है और वाहनों की रफ्तार पर चालकों का नियंत्रण नहीं। लापरवाही और संयोग के कुछ मामलों को छोड़ दें तो सड़क हादसों के ज्यादातर मामले हाई स्पीड की वजह से हो रहे हैं।
सोमवार को एक के बाद एक बांका जिले की विभिन्न सड़कों पर चार अलग-अलग हादसे हुए। हादसे की शुरुआत सुबह बौंसी थाना क्षेत्र से हुई जहां एक ट्रक की चपेट में आने से इसी प्रखंड के कोल्हुआ गांव की एक आदिवासी महिला की मौत हो गई। घटना बौंसी- हंसडीहा रोड पर राजा पोखर के समीप हुई। इसी रोड पर भलजोर के पास ट्रक लगाकर उसके आगे सो रहे चालक की ट्रक के लुढ़क जाने से कुचल कर मौत हो गई।
सोमवार की सुबह ही अमरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत अमरपुर- शाहकुंड रोड पर डुमरिया बैजाचक गांव के बीच डुमरिया मोड़ के समीप एक बाइक दुर्घटना में इसी थाना क्षेत्र के संग्रामपुर गांव निवासी युवक मोहम्मद अशरफ की मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब अशरफ संग्रामपुर से चिरैया गांव की ओर जा रहा था।
इसी दिन दोपहर जिले के बाराहाट थाना अंतर्गत बाराहाट- पंजवारा रोड में लबोखर के समीप एक बाइक के बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से इस पर सवार एक आंगनबाड़ी सेविका प्रियंका कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि इस हादसे में उनकी बाइक चला रहे देवर संजीव कुमार रजक की भी हालत गंभीर है। प्रियंका कुमारी बाराहाट प्रखंड के ही संबलपुर पंचायत अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 166 की सेविका थी जो सोमवार की दोपहर विभागीय रिपोर्ट जमा करने अपने देवर के साथ बाइक से प्रखंड मुख्यालय बाराहाट जा रही थी।