
बांका लाइव ब्यूरो / अमरपुर : कहते हैं.. जब ‘ईश्वर हो रखवाला, तब कौन बिगाड़ने वाला’! आम जन विश्वास को रेखांकित करता यह वाक्य बांका जिले में उस वक्त मंत्र सिद्ध हुआ जब पानी से लबालब एक गहरी खाई में एक तेज रफ्तार कार पलट गई। लेकिन ईश्वर की लीला देखिए कि चालक सहित इस पर सवार दो शख़्स बाल बल बच गए। जिसने भी खाई में गिरी कार की स्थिति देखी, उसने इसे ईश्वर की कृपा ही मानी।
घटना बांका जिला अंतर्गत अमरपुर थाना क्षेत्र की है। अमरपुर थाना क्षेत्र में इंग्लिशमोड़- पुनसिया रोड में जेठौरनाथ पुल से पहले मादाचक के समीप एक अन्य पुल का निर्माण चल रहा है। इस पुल के निर्माण को लेकर पास ही एक डायवर्सन का निर्माण कराया गया है, जिससे होकर फिलहाल वाहनों का आवागमन चल रहा है। लेकिन इस डायवर्सन की स्थिति बेहद खतरनाक है। इतनी खतरनाक कि अक्सर इस पर छोटी बड़ी दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं।

इसी डायवर्सन पर यह ताजा हादसा हुआ, जिसमें एक तेज रफ्तार कार डायवर्सन के नीचे अनियंत्रित होकर पानी से लबालब भरी खाई में गिर गई। इस कार पर बाराहाट (बांका) के अनुज कुमार एवं साहब कुमार सवार थे। बांका ढाकामोड़ मार्ग पर चांदन पुल के ध्वस्त रहने एवं हाल ही में डायवर्सन के भी नदी के बहाव में बह जाने की वजह से इस होकर बांका जिले के पूर्वी हिस्से के 4 प्रखंडों की तकरीबन आठ लाख की आबादी का जिला मुख्यालय तक आना जाना पुनसिया- इंग्लिशमोड़ मार्ग से होकर ही हो रहा है।
अनुज कुमार एवं साहब कुमार भी बाराहाट से कार से बांका आए थे, जहां से वापसी के दौरान मादाचक के समीप डायवर्सन से नीचे पानी भरी खाई में उनकी कार तेज रफ्तार में डूब गई। लेकिन चालक और इस पर सवार दोनों शख्स को ईश्वर ने सद्बुद्धि दी और पानी में गिरने की ही दौरान दोनों ने किसी तरह कार का गेट खोल दिया। जब वे किसी तरह बाहर आए तो गहरे पानी में थे। लिहाजा उन्होंने कार के ऊपर चढ़कर अपनी जान बचाई।
इस दुर्घटना को देख रहे आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो बड़ी संख्या में लोग वहां जुट गए। लोगों के सहयोग से दोनों को किसी तरह पानी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उनकी जान बच गई थी। हालांकि कार पूरी तरह पानी में समाई हुई थी। जिसने भी यह दृश्य देखा, सबकी जुबान पर बस एक ही बात थी.. ‘जिसका ईश्वर हो रखवाला, उसका कौन बिगाड़ने वाला..!’ सब ने कहा- ईश्वर की कृपा से बच गई है अनुज कुमार एवं साहब कुमार की जान। अनुज एवं साहब ने भी उनकी जान की हिफाजत करने के लिए ईश्वर का आभार व्यक्त किया।