भागलपुर : इन दिनों छात्रों में तीव्र संवेदनशीलता और अत्यंत कम धैर्य के कारण बड़ी बुरी खबरें सुनने को मिल रही हैं। यहाँ भागलपुर के आदमपुर, सीसी रोड निवासी सत्येंद्र सिंह के 21 वर्षीय पुत्र राजवंश सिंह ने सोमवार को अपने ही घर में आत्महत्या कर ली। छात्र को फंदे से लटकता देख परिजनों ने उसे फंदे से निकाला और अस्पताल लेकर गए। जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत राजवंश सिंह का पोस्टमार्टम करने के बाद उसके शरीर को परिजनों को सौप दिया गया। 21 वर्षीय राजवंश सिंह स्नातक पार्ट 2 का विद्यार्थी था।
मृतक के पिता सत्येंद्र सिंह ने मायागंज में पुलिस को अपने द्वारा दिए गए बयान में बताया की राजवंश सिंह अपनी स्नातक की पढाई कर रहा था और प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी हेतु वह दिल्ली जाना चाहता था। जिसके लिए बड़ी मात्रा में पैसों की जरूरत थी। मगर उनके पास इतने पैसे न होने के कारण वो अपने बेटे को भेज नहीं पा रहे थे। दिल्ली ना जा पाने के कारण राजवंश आज कल कुछ दिनों से गुमसुम रहा करता था। किसी से बातचीत भी अच्छे से नहीं करता था और भोजन-पानी भी सही से नहीं करता था।
सत्येंद्र सिंह ने आगे बताया की सोमवार को वो किसी काम से घर से बाहर गए थे। घर वापस लौटे तो उनके बेटे का कमरा बंद था। बहुत देर तक दरवाजा खट-खटाने पर भी जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजे को तोड़ना पड़ा। दरवाजा खोलते ही सामने पंखे पर उनका लड़का फंदे पर लटक रहा था। उसे लटका देख वो दहाड़ मार कर रोने लगे, जिससे उनके रोने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग दौड़कर आये।
फिर उनकी मदद से उसे फंदे से उतार कर अस्पताल ले गए।
मृतक छात्र के पिता पहले केबल का काम किया करते थे। राजवंश का एक भाई भी है, जिसने बताया की उसके दादा परशुराम सिंह इंजिनीरिंग कॉलेज रीटायॅड प्रोफेसर हैं। मिली जानकारी अनुसार सत्येंद्र सिंह का परिवार मूल रूप से छपरा जिले के नरगा थाना क्षेत्र के सिसवां ग्राम के रहने वाला है।