बांका लाइव ब्यूरो : बांका शहर के ऐतिहासिक श्री लक्ष्मी नारायण पुरानी ठाकुरबाड़ी की जमीन पर स्थायी मछली बाजार के निर्माण के प्रस्ताव का पुरजोर विरोध शुरू हो गया है। इस प्रस्ताव के विरोध में 8 संगठन सामने आ चुके हैं। इन संगठनों की ओर से संयुक्त आंदोलन का निर्णय लिया गया है। आंदोलन की शुरुआत आज शाम शहर के ऐतिहासिक गांधी चौक पर पुतला दहन कार्यक्रम से करने की घोषणा की गई है।
अखिल भारतीय करणी सेना के बांका जिला अध्यक्ष बंटी सिंह एवं अखिल भारतीय सवर्ण मोर्चा के बांका जिला अध्यक्ष रजनीश सिंह ने बताया कि पुरानी ठाकुरबाड़ी की शहर के हृदय स्थल पर अवस्थित जमीन, जिस पर हरा-भरा बगीचा लगा था, को अवैध रूप से अतिक्रमण कर उस पर बाजार लगाने की कुत्सित साजिश रची जा रही है। इसका हर हाल में विरोध होगा और पुरानी ठाकुरबाड़ी बगीचे को अतिक्रमण नहीं करने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 8 संगठनों की ओर से इसके विरोध में आज शुक्रवार की शाम 5:00 बजे शहर के गांधी चौक पर स्थानीय भाजपा विधायक एवं बिहार के राजस्व व भूमि सुधार मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पूरे बांका जिले से लोगों को शामिल होने का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह विरोध पुरानी ठाकुरबाड़ी के बगीचे को पूरी तरह खाली किए जाने तक मुसलसल जारी रहेगा।
बांका शहर में कचहरी रोड पर अवस्थित ऐतिहासिक लक्ष्मीनारायण पुरानी ठाकुरबाड़ी के समीप ही इसकी करीब साढ़े छह बीघा जमीन है। इस जमीन के करीब दो-तिहाई हिस्से पर बगीचा लगा है जिसे प्रशासन की मदद से अब तहस-नहस कर दिया गया है। इस बगीचे का अधिकांश हिस्सा अतिक्रमण कर उस पर घर, मकान एवं दुकान बनवा दिए गए हैं। यही नहीं, मंदिर की जमीन पर चिकन- मटन की दुकानें भी खुलवा दी गई हैं जहां बकरे और मुर्गे का खून बहता है।
जिला एवं अनुमंडल प्रशासन ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व यह कह कर इस बगीचे में समतलीकरण का काम शुरू किया था कि ‘बेमिसाल बांका’ के तहत यहां ऑडिटोरियम, पार्क और मनोरंजन स्थल बनाए जाएंगे जिसकी आय से पुरानी ठाकुरबाड़ी के संचालन में सहयोग मिलेगी। लेकिन साजिश पूर्वक इसे पहले तो बालू से भर दिया गया, फिर इसे गुदड़ी हाट की शक्ल दे दी गई। हाट तो लगी नहीं, अलबत्ता, भू माफियाओं ने बगीचे पर कब्जा कर घर- मकान बना लिए। कई बड़े व्यापारियों ने अवैध रूप से यहां अपने गोदाम बना लिए हैं जिसका तमाम हिंदू संगठनों के साथ साथ पूरे शहर में भारी विरोध है।
अब भू माफियाओं की साजिश है कि इसी पुरानी ठाकुरबाड़ी बगीचे में स्थाई रूप से मछली हाट और क्लस्टर का निर्माण कराया जाए। इसके लिए प्रस्ताव भी भेज दिए गए हैं जिसकी स्वीकृति मिल जाने की खबर है। विभाग की ओर से जिला को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया गया है। इस तरह की खबर मिलते ही यहां के तमाम हिंदू संगठनों में आक्रोश व्याप्त हो गया है और इन संगठनों की ओर से इस प्रस्ताव के व्यापक विरोध की आवाजें आनी शुरू हो गई हैं। बांका सहित जिलेभर के शहरियों में भी इस प्रस्ताव का व्यापक विरोध है और लोग आंदोलन की तैयारी करने लगे हैं।