बांका लाइव / धोरैया : बांका जिले के धोरैया प्रखंड अंतर्गत ताहिरपुर गौरा पंचायत के चपरी गांव में एक सरकारी भूखंड को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई। झड़प में एक दर्जन से ज्यादा लोगों के जख्मी होने की खबर है। इस घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति कायम हो गई है। स्थिति को देखते हुए गांव में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। वरीय अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।
बताया गया कि धोरैया प्रखंड के ताहिरपुर गौरा पंचायत अंतर्गत चपरी गांव में एक सरकारी योजना के तहत एससी- एसटी स्कूल और छात्रावास बनाया जा रहा है। इस स्कूल के लिए जिस जगह का चयन किया गया है वहां पहले से अनुसूचित जाति के कुछ परिवार रह रहे थे। स्कूल निर्माण की योजना को देखते हुए उन्हें अन्यत्र पुनर्वासित करने की पहल प्रशासन ने की।
पहले तो स्कूल निर्माण की योजना से प्रभावित हो रहे परिवार इसके लिए राजी नहीं हुए, लेकिन जब उन्हें इस बात का आश्वासन मिला कि गांव के ही एक हिस्से में सरकारी भूखंड पर उन्हें बसाया जाएगा तो वे मान गए। लेकिन जिस जगह उन्हें बसाने की योजना प्रशासन ने बनाई, वहां भी पहले से ही कुछ लोगों का कब्जा कायम था, जिन्हें वे छोड़ना नहीं चाह रहे थे।
अलबत्ता, बात प्रशासन की थी और सरकारी योजना के क्रियान्वयन की भी, सो धोरैया के अंचलाधिकारी ने पहल करते हुए अनुसूचित जाति के उन परिवारों को बसाने के लिए चिन्हित भूखंड को खाली करवाने के लिए उन पर पहले से कब्जा जमाए लोगों को राजी कर लिया। इस बात का समझौता कराने के लिए मंगलवार की शाम स्वयं अंचलाधिकारी गांव में पहुंचे थे।
दोनों पक्षों के साथ प्रशासनिक अधिकारी के समझौते के बाद अनुसूचित जाति के परिवारों के लोग उक्त स्थल से वापस लौट रहे थे कि रास्ते में दूसरे पक्ष के कुछ लोगों के साथ उलाहना वाले शब्दों की वजह से उनके बीच विवाद उत्पन्न हो गया, जिसने कुछ ही देर में हिंसक झड़प का रूप ले लिया। दोनों पक्ष हरवे हथियारों के साथ आमने-सामने हो गए। उनके बीच जमकर मारपीट हुई। झड़प में दोनों पक्षों के एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।
सूचना मिलने पर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को काबू में किया। देर शाम अनुमंडल पदाधिकारी भी चपरी गांव पहुंचे और वहां की स्थिति का जायजा लिया। चपरी गांव में धोरैया के अलावा आसपास के आधे दर्जन थानों के पुलिस बल और अधिकारी भी कैंप कर रहे हैं। समूचा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।