समाज और परिवेश की कुछ विकृतियां संक्रामक होती जा रही हैं। बांका जिले में हाल के वर्षों में खुदकुशी की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ी है। मनोवैज्ञानिक इसके पीछे की वजहों को तलाश रहे हैं। लेकिन फिलहाल किस्तों में ही सही, युवाओं में संक्रामक हो रही यह प्रवृत्ति जिले के अनेक परिवारों में विपुल पीड़ा, त्रासदी और सदमे का कारण बन रही हैं।
बांका लाइव ब्यूरो : ताजा घटना बांका सदर थाना क्षेत्र के बेलुटीकर गांव की है जहां बुधवार की देर रात 15 वर्ष की एक युवती ने अपने ही दुपट्टे से गले में फंदा डालकर खुदकुशी कर ली। युवती का नाम राखी कुमारी बताया गया। वह नौवीं कक्षा की छात्रा थी। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक वह बेलुटीकर गांव निवासी श्यामलाल यादव की बेटी थी।
पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि हर रोज की तरह बुधवार की रात भी वह अपने दूसरे घर पर रह रहे दादा-दादी के लिए भोजन लेकर निकली थी। लेकिन काफी देर तक वापस नहीं लौटी। इसके बाद घर वालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान जिस घर में श्याम लाल के माता पिता रहते हैं उसके ऊपरी तल पर परिवार वालों को युवती बेसुध पड़ी मिली। उसके गले में उसी के दुपट्टे का फंदा लगा था। उसने खुदकुशी कर ली थी।
इस घटना से घर वाले सकते और सदमे में हैं। परिवार में कोहराम मच गया है। राखी बांका शहर में स्थित बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक वह काफी सीधी-सादी और सरल स्वभाव की थी। उसके दो छोटे भाई हैं। तीन भाई-बहनों में वह इकलौती बहन थी। राखी के पिता के मुताबिक उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। राखी ने यह कदम क्यों उठाया, इस सवाल को लेकर हर कोई सकते में है।