बंगाल की खाड़ी से उठे शक्तिशाली सुपर साइक्लोन यास का असर बिहार में 4 दिनों तक रहने की संभावना है। इस दौरान बांका समेत कई जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। बिहार के अनेक हिस्सों में येलो एवं ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीमों को भी यास के असर से उत्पन्न स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
बांका लाइव ब्यूरो : रिपोर्ट के मुताबिक सुपर साइक्लोन यास अब अपने प्रचंड रूप में है। इस साइक्लोन का केंद्र बुधवार को ओडिशा के तटवर्ती भद्रक एवं बालेश्वर जिले की सीमा से लगे समुद्री इलाके में कायम है। इससे पहले कल मंगलवार को साइक्लोन ने ओडिशा के तटवर्ती पारादीप और बालेश्वर क्षेत्र में टॉरनेडो का शक्ल अख्तियार कर भारी तबाही मचाई। ओडिशा के ज्यादातर हिस्से में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है।
इधर ओडिशा की सीमा से लगे झारखंड क्षेत्र में भी यास के गंभीर असर की आशंका व्यक्त की गई है। झारखंड के उड़ीसा से लगे जिलों में मंगलवार से ही जोरदार बारिश और अनेक हिस्सों में तूफान की खबर है। झारखंड क्षेत्र में भी इसके नकारात्मक असर से निपटने के लिए सुरक्षा बलों एवं एनडीआरएफ की टीमों को हाई अलर्ट मोड में रखा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक सुपर साइक्लोन यास काफी शक्तिशाली है और इसका उत्पात अब जारी हो चुका है।
साइक्लोन के केंद्र वाले हिस्से से लगे जिलों में हवा की रफ्तार करीब डेढ़ सौ किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास बताई जा रही है। बिहार के अनेक हिस्सों में भी मंगलवार से ही तेज हवाएं चल रही हैं। दक्षिण एवं पूर्वी बिहार के जिलों, जिनमें बांका जिला भी शामिल है, मंगलवार से ही तेज हवाओं के साथ रुक रुक कर बारिश हो रही है। आसमान में घने बादल हैं। मौसम विभाग ने अलर्ट किया है कि तूफान का असर क्षेत्र में कभी भी गंभीर हो सकता है। भारी बारिश एवं तेज आंधी का प्रकोप देखने को मिल सकता है।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के मौसम विभाग ने बांका- भागलपुर समेत आसपास के कई जिलों को सुपर साइक्लोन यास के असर को देखते हुए सचेत रहने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने 25 एवं 26 मई के लिए यलो अलर्ट तथा 27 एवं 28 तारीख के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस तूफान के असर से क्षेत्र में भारी बारिश होगी। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग का मानना है कि इस तूफान की वजह से पूरे मई माह में भारी बारिश हो सकती है। तूफान की तीव्रता भी बिहार में आकर थमने की उम्मीद जताई जा रही है।
कहा गया है कि तूफान की वजह से प्रभाव वाले क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ-सथ आंधी का भी प्रकोप हो सकता है। कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वज्रपात की भी आशंका व्यक्त की गई है। आंधी बारिश की वजह से बिजली संकट भी उत्पन्न होने की गुंजाइश है। फलस्वरुप रेलवे ने प्रभाव वाले क्षेत्रों से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने खासकर किसानों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। इधर जिन किसानों के बगीचे में आम, लीची और केला के फल लगे हुए हैं, उनके चेहरे पर असन्न बर्बादी की आशंका को लेकर मायूसी छाई हुई है।