बांका लाइव ब्यूरो : बेलहर प्रखंड मुख्यालय के लिए आज का दिन हंगामाखेज रहा। सीएम नीतीश कुमार की चुनावी सभा और उसमें छात्राओं के विरोध प्रदर्शन व काला झंडा दिखाए जाने के बाद छात्राओं को काबू में करने के लिए उन्हें स्कूल में संसीमित कर स्कूल के बाहर पुलिस का पहरा बिठा दिया गया। छात्राएं प्रकारांतर से स्कूल के अंदर नजर बंद कर दी गईं। यह स्थिति तब तक रही, जब तक मुख्यमंत्री की सभा होती रही।
मुख्यमंत्री जाने के बाद स्कूल से पहरा हटा लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने स्कूल के शिक्षकों और कर्मियों के साथ-साथ छात्राओं के साथ जो बदमगजी की, उसने छात्राओं को आक्रोशित कर दिया। यह कहानी बेलहर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की है। यह पूरा घटनाक्रम भी आज का ही है।
स्कूल की मान्यता रद्द कर दिए जाने से अपने भविष्य को लेकर चिंतित प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय बेलहर की छात्राओं में आज जबरदस्त आक्रोश देखा गया। यह आक्रोश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उनकी सरकार के खिलाफ था।
बेलहर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के सिलसिले में एक सभा को संबोधित करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बेलहर के झामा मैदान पहुंचे थे, जहां सभा के दौरान ही छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाया। उन्होंने जमकर सरकार और मुख्यमंत्री विरोधी नारेबाजी की। सुरक्षाबलों ने सख्ती बरतते हुए छात्राओं को स्कूल के अंदर पहुंचा कर उन्हें प्रकारांतर से नजरबंद करते हुए स्कूल के बाहर पहरा लगा दिया। छात्राओं का आरोप है कि इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों कर्मियों के साथ बदसलूकी की। यही नहीं, वे स्कूल के एक शिक्षक एवं आदेशपाल को गिरफ्तार कर थाना लेकर चले गए।
मुख्यमंत्री के यहां से जाने के बाद छात्राओं और स्कूल पर से पहरा हटा तो पुलिस के रवैए से क्षुब्ध छात्राएं भी थाना पहुंच गईं। वहां उन्होंने शिक्षक एवं आदेशपाल की रिहाई के लिए पदाधिकारियों से बात करने की कोशिश की। पदाधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। आक्रोशित छात्राएं थाना के गेट पर प्रदर्शन एवं नारेबाजी करने लगीं। तत्पश्चात वहीं सामने मुख्य मार्ग के चौराहे पर छात्राओं ने धरना दे दिया और सड़क जाम करते हुए यातायात पूरी तरह ठप कर दिया।
काफी देर तक यह हाई वोल्टेज ड्रामा बेलहर थाना के सामने चलता रहा। इस दौरान बेलहर पुलिस अनुमंडल के एसडीपीओ मदन कुमार आनंद, बांका एसडीओ मनोज चौधरी एवं एडिशनल एसपी अभियान सहित बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने छात्राओं को समझाने बुझाने की खूब कोशिश की, लेकिन छात्राएं अपनी मांग पर अड़ी रहीं। वे किसी की भी एक नहीं सुनने के मूड में थीं।