ब्रेकिंग न्यूज़ : चांदन पुल ध्वस्त, छोटे वाहनों का भी परिचालन ठप
बांका लाइव ब्यूरो : बांका को प्रमंडलीय मुख्यालय भागलपुर सहित उत्तर बिहार एवं झारखंड से जोड़ने वाले अति महत्वपूर्ण चांदन पुल का एक बड़ा हिस्सा आज ध्वस्त हो गया। इसके साथ ही इस पुल पर से होकर छोटे वाहनों का भी परिचालन आज से पूरी तरह ठप हो गया है।
चांदन पुल बांका जिले का सबसे बड़ा नदी पुल है। इसे बांका का लाइफ लाइन भी कहा जाता है। कुछ माह पूर्व इस पुल के एक हिस्से में बड़ी दरार आई थी। पुल का बेसमेंट दरार की वजह से एक बड़े हिस्से में ढह गया था। इसके बाद से इस पुल पर से होकर बड़े और भारी वाहनों का परिचालन रोक दिया गया था।
पुल के पश्चिमी और पूर्वी छोर पर लोहे की पीलर के साथ बैरिकेडिंग कर दी गई गई थी। यही नहीं, पुल की सतह के एक तिहाई हिस्से को छोटे-छोटे पीलर के जरिए मुख्य पथ से अलग कर उस पर पैदल चलने पर भी रोक लगा दी गई थी। हालांकि फिर भी अपनी सुविधा के अनुसार लोग उसको इस्तेमाल कर पैदल चलने से बाज नहीं आ रहे थे।
इस बीच, पुल पर भले ही बड़े और भारी वाहनों के परिचालन पर रोक रही, लेकिन छोटे चार पहिया वाहन, ऑटो रिक्शा एवं ओवरलोड ट्रैक्टर धड़ल्ले से चलते रहे। नतीजा यह हुआ कि पुल का एक हिस्सा आज नीचे से पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यह खबर जिला मुख्यालय में आग की तरह फैली। बड़ी संख्या में लोग पुल की ओर स्थिति देखने की उत्सुकता लेकर निकले।
हालांकि सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पुल के ध्वस्त हिस्से के समीप पहुंचने से लोगों को रोका। साथ ही, पुल पर से होकर छोटे वाहनों के परिचालन पर भी पूरी तरह रोक लगा दी। स्थिति को देखते हुए चांदन पुल पर बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी कायम कर दी गई है।
फिलहाल, इस पुल पर से होकर छोटे वाहनों का परिचालन भी बंद हो जाने से प्रमंडलीय मुख्यालय भागलपुर एवं उत्तर बिहार के साथ साथ झारखंड के गोड्डा- दुमका आदि जिलों से बांका का संपर्क एक प्रकार से भंग हो गया है। हालांकि इस वक्त लॉक डाउन का दौर चल रहा है और वाहनों का परिचालन बंद है। लेकिन जब लॉक डाउन के खात्मे के बाद वाहनों का परिचालन शुरू भी हो जाएगा, तब बांका के लोगों को उस ओर जाने के लिए वाहन पकड़ने हेतु चांदन पुल के उस पार जाना होगा, जिसकी दूरी जिला मुख्यालय से तकरीबन एक किलोमीटर से ज्यादा होगी।