बांका लाइव ब्यूरो : हादसे में एक बालू कारोबारी की मौत हो जाने के बाद गुस्साई भीड़ ने 8 ट्रकों तथा एक निजी कार को फूंक दिया। इस दौरान 5 दर्जन से ज्यादा ट्रकों में तोड़फोड़ की गई जबकि दर्जनों ट्रकों के खलासी तथा चालकों को को भी आक्रोशित भीड़ ने बुरी तरह पीटा। आक्रोशित भीड़ ने पुलिसकर्मियों को भी नहीं छोड़ा। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों को उन्होंने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। फलस्वरूप, पुलिसकर्मी भी जान बचाकर भागे। कई पुलिसकर्मियों ने इधर-उधर छिपकर अपनी जान बचाई।
घटना बांका जिले की उत्तरी सीमा से लगे भागलपुर जिला के जगदीशपुर बाजार के पास की है जहां कल देर रात एक ट्रक से कुचलकर बालू कारोबारी अवधेश महतो की मौत हो गई। पास ही के बादे गांव निवासी अवधेश महतो एक बाइक पर सवार थे। बाइक पर एक और व्यक्ति बैठा था। स्थानीय लोगों के मुताबिक एक अनियंत्रित ट्रक ने उन्हें कुचल दिया जिसमें अवधेश महतो की मौके पर मौत हो गई जबकि साथ में बैठे विकास कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस हादसे के तुरंत बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। घटना की सूचना मृतक अवधेश महतो के गांव में पहुंचने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंच गए और उन्होंने बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया। ग्रामीणों ने बाजार में लगी एक कार को सबसे पहले फूंका। तत्पश्चात एक के बाद एक उन्होंने 8 ट्रकों को आग के हवाले कर दिया।
5 दर्जन से ज्यादा ट्रकों में तोड़-फोड़, मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, पुलिसकर्मियों ने छिपकर जान बचाई, ट्रक चालकों तथा खलासियों के साथ भी मारपीट, भागलपुर- दुमका मार्ग पर 3 घंटे यातायात अवरुद्ध..
इस दौरान मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस का भी आक्रोशित भीड़ ने विरोध किया। पुलिस जब ट्रकों और कार में लगी आग बुझाने की कोशिश कर रही थी, तब आक्रोशित भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। पुलिस जब हटने की कोशिश कर रही थी तब भीड़ ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। फलस्वरूप पुलिसकर्मी भागने पर विवश हुए। कई पुलिसकर्मियों ने आसपास छिपकर अपनी जान बचाई।
हंगामे के दौरान आक्रोशित भीड़ ने 5 दर्जन से ज्यादा ट्रकों में तोड़फोड़ करते हुए दर्जनों ट्रक चालकों तथा खलासियों के साथ भी मारपीट की। इस हो हंगामे के दौरान भागलपुर- दुमका मुख्य मार्ग पर जगदीशपुर के पास जाम लग गया। यातायात अवरुद्ध हो जाने से बड़ी संख्या में वाहन जाम में फंस गए। यह स्थिति कल रात करीब 9:00 बजे से आधी रात 12:00 बजे तक के आसपास बनी रही।
सूचना मिलने पर भागलपुर के सिटी डीएसपी राजवंश सिंह तथा विधि व्यवस्था डीएसपी नेसार अहमद शाह के नेतृत्व में करीब दर्जनभर थाने की पुलिस लाव लश्कर के साथ स्थिति को संभालने मौके पर पहुंचे। लेकिन इससे पहले ही भीड़ का तांडव थम चुका था। सूचना फायर ब्रिगेड को भी दी गई। करीब 2 घंटे बाद फायर ब्रिगेड के दो दमकल मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आग के हवाले किए गए ट्रक व कार जलकर राख हो चुके थे।
इस घटना पर भागलपुर के सीनियर एसपी आशीष भारती ने कहा कि जगदीशपुर में सड़क दुर्घटना के बाद लोगों ने ट्रकों में तोड़फोड़ एवं आगजनी की है। इस मामले में दोषी उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क पर जाम रहने की वजह से पुलिस को मौके पर पहुंचने में विलंब हुआ। उन्होंने स्थिति को कंट्रोल में बताया।
इधर स्थानीय लोगों ने आरोप किया है कि वाहनों के अत्यधिक दबाव तथा पुलिस की मनमानी की वजह से पिछले कई महीने से जगदीशपुर के आसपास भागलपुर- दुमका मुख्य मार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम की वजह से लगभग रोज हादसे होते रहते हैं। लेकिन पुलिस न सिर्फ इसे गंभीरता से नहीं लेती, बल्कि इसका नाजायज फायदा भी उठाती है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों की लापरवाही के कारण ही वहां जाम लगते और हादसे होते हैं।