ब्यूरो रिपोर्ट : CBSC और CISCE की 12वीं की परीक्षा से सम्बन्धिक एक खबर आ रही है l खबर यह है कि सर्वोच्च न्यायालय में आज 28 मई 2021 को 12वीं की परीक्षा को रद्द करने की अपील पर सुनवाई होने की सम्भावना है । अधिवक्ता ममता शर्मा के द्वारा उच्चतम न्यायालय में एक पीआईएल दाखिल की गयी है जिसमे यह मांग की गयी है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की सीनियर सेकेंड्री (कक्षा 12) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) की आईएससी 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किया जाए।
ज्ञात रहे कि देश भर में कोरोना के दूसरे लहर में संक्रमण से विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने हेतु दायर जनहित याचिका में यह मांग की गयी है की दोनो ही बोर्डों के कक्षा 12वीं के छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम बिना परीक्षा दिये ही ‘ऑब्जेक्टिव मेथोडोलॉजी’ के आधार निश्चित समय सीमा के भीतर घोषित कर दिए जाएं । याचिका के माध्यम से दोनो ही बोर्ड को इस सम्बन्ध में आदेश देने का अनुरोध भी उच्चतम न्यायालय में की गयी है।
याचिका में कहा गया है की पूरे देश में कोरोना के मामलों की संख्या में बढ़ोत्तरी को को देखते हुए कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन संभव नहीं है। और ऑनलाइन परीक्षाएं भी प्रत्याशित महामारी को देखते हुए उपयुक्त नहीं हैं। कक्षा 12 के नतीजों में देरी के चलते विदेशी विश्वविद्यालयों में दाखिला चाहने वाले विद्यार्थीयों का भविष्य खराब होगायाचिका के अनुसार, “सीबीएसई और सीआईएससीई दोनो को ही निश्चित समय-सीमा के भीतर ऑब्जेक्टिव मेथोडोलॉजी से नतीजे घोषित करने चाहिए अन्यथा इससे देश भर के लगभग 12 लाख विद्यार्धी प्रभावित होंगे।”