बांका लाइव ब्यूरो : फाइनेंस कंपनी के कर्मी से लाखों की लूट.. राजद नेता के भांजे से… रुपए लूटे… एटीएम बदलकर लाखों की लगाई चपत… और भी कुछ इसी तरह की सुर्खियां बांका वासियों के लिए इन दिनों रोजमर्रा की त्रासदी बनकर रह गई है। घटनाएं होती हैं.. पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होती है.. पुलिस औपचारिक कदम उठाती है… फिर कुछ दिनों बाद स्थिति जस की तस कायम हो जाती है। लोग मन मसोसकर रह जाते हैं। अपने साथ हुई लूट और ठगी की घटनाओं को अपना भाग्य समझ कर संतोष कर लेने की बांकावासियों की नियति बन कर रह गई है।
असुरक्षा के माहौल में यहां के लोग चिंतित हैं। पुलिस औपचारिक खानापूर्ति कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रही है। ऐसे मामलों को लेकर कुछ कर पाने वाले भी ना जाने क्यों चुप हैं!
मोबाइल और मोटरसाइकिल की चोरी और छिनतई से लेकर घरों में छोटी बड़ी चोरी की वारदातों की बात अगर छोड़ भी दें तो अब अपराधियों का मनोबल बांका जिले में कुछ इस कदर सर चढ़कर बोलने लगा है कि वे दिनदहाड़े और सरेआम लोगों से लूटपाट करने से गुरेज नहीं कर रहे। खास बात है कि जब इस तरह की घटनाएं होती हैं तो समाचार माध्यमों में सुर्खियां जरूर बनती हैं, लेकिन इसके बाद पुलिस इन घटनाओं की जांच और अनुसंधान के दौरान क्या कार्रवाई करती है, पीड़ित को कितना लाभ मिल पाता है, कितने अपराधी पकड़े जाते हैं, लूटी गई कितनी राशि बरामद हो पाती है… यह किसी को पता नहीं हो पाता।
अभी ताजा मामला यह है कि कल बौंसी के स्टेशन रोड स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से एक लाख 4 रुपए की निकासी एटीएम बदलकर कर लेने की शिकायत पीड़ित गुरुधाम निवासी ओमप्रकाश मिश्र ने थाना में दर्ज कराई है। एक दिन पूर्व बांका नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बैजनाथपुर गोरबा के बीच रेल लाइन के समीप अपराधियों द्वारा एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी से ₹98000 लूट लिए जाने की खबर समाचार माध्यमों की सुर्खियां बनी।
इससे एक और दिन पहले बांका शहर के सर्वाधिक भीड़ भाड़ वाले इलाके में स्थित डोकानिया मार्केट यूको बैंक परिसर से एक राजद नेता के भांजे से बदमाशों द्वारा ₹128000 लूट लिए जाने की रिपोर्ट सामने आई.. समाचार माध्यमों की सुर्खियां बनी.. थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई…। ये तो विगत 3 दिनों के मामले हैं। इससे पहले भी बौंसी थाना क्षेत्र के ही डैम रोड में बंधन बैंक के एक कर्मी से तथा 2 दिन बाद शंभूगंज में एक शिक्षक और एक फाइनेंस कंपनी कर्मी से लाखों की लूट के मामले सामने आए।
बांका में इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लोग अपनी गाढ़ी कमाई की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। लोग खुद को इतने सुरक्षित भी महसूस नहीं कर रहे कि वे बैंक में रुपए जमा या वहां से निकासी के दौरान इत्मीनान महसूस कर सकें। हाल ही में बांका शहर के शकुंतला मार्केट के समीप एक बीमा एजेंट से ₹400000 की दिनदहाड़े लूट की बात यहां के लोग भूले नहीं हैं कि लगातार आगे भी कई ऐसे मामले सुर्खियों में आ गए। जिला मुख्यालय में ही कुछ माह पूर्व एक महिला स्वास्थ्य कर्मी से सिविल सर्जन कार्यालय के सामने दो बदमाशों ने लाखों की राशि लूट ली थी। ये सब कुछ उदाहरण हैं। घटनाएं और भी हो रही हैं। लोग परेशान हो रहे हैं।
गाड़ी चोरी की घटना से जिलावासियों में आक्रोश है और प्रशासन की लापरवाही से त्रस्त भी। शहरीकरण के नाम पर चारों ओर लूट की भरमार है। सरकारी अफसरों को जनता के प्रति जागरूक होना चाहिए।