वर्चस्व की लड़ाई में दो गांव आमने-सामने, घंटे भर चले बम और गोलियां, एक के घायल होने की भी खबर, दहशत के मारे घरों में दुबके आसपास के लोग
बांका लाइव ब्यूरो : बांका में आज की सुबह बम धमाकों और गोलियों की तड़तड़ाहट के साथ हुई। जिला मुख्यालय के पूरब चांदन नदी के उस पार वर्चस्व की लड़ाई को लेकर दो गांवों के लोग आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर बमबाजी और फायरिंग हुई। यह सिलसिला करीब घंटे भर तक चला।
इस झड़प में हो रही बमबारी और चल रही गोलीबारी की गूंज जिला मुख्यालय शहर बांका के पश्चिमी हिस्से तक सुनी जा रही थी। पहले तो लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन काफी देर तक यही सिलसिला चलने के बाद दोनों गांव के बीच हो रही झड़प की खबर भी जिला मुख्यालय तक पहुंच गयी। सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारी भी भारी संख्या में सशस्त्र बल लेकर घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
जानकारी के अनुसार विवाद की शुरुआत कल गुरुवार की शाम हुई थी। चांदन नदी के उस पार नवटोलिया गांव की कुछ बकरियां निकटवर्ती मजलिशपुर गांव के खेतों में चली गई थीं। बकरियों को भगाने के बाद दोनों गांव के कुछ लोगों के बीच झड़प हो गई। बाद में नवटोलिया के कुछ लोगों ने अपने गांव के समीप एक मार्ग से होकर मजलिशपुर वालों के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी।
गुरुवार की शाम इस विवाद के बाद हालांकि उस मार्ग पर वाहनों का आवागमन नहीं हुआ। लेकिन इसी बात को लेकर शुक्रवार की सुबह करीब 7:00 बजे दोनों गांवों के लोगों ने आमने-सामने किलेबंदी कर ली। दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। झड़प शुरू हो गई। दोनों पक्षों की ओर से ताबड़तोड़ बमबाजी होने लगी। फायरिंग भी शुरू हो गयी। करीब घंटे भर तक यह सिलसिला जारी रहा।
झड़प में हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। एक अपुष्ट खबर के मुताबिक बमबाजी के दौरान एक व्यक्ति के अपने ही हाथ में बम विस्फोट हो जाने से उसके घायल हो जाने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। चांदन नदी पर पुल नहीं रहने और नदी में पानी का तेज बहाव रहने की वजह से दोनों ओर से आवागमन नहीं हो पा रहा है। इससे भी इस घटना को लेकर वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच पा रही है।
इस बीच सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय से वरीय पुलिस पदाधिकारी भारी संख्या में सशस्त्र बल के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। हालांकि महज एक किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए पुलिस को करीब 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी। घटनास्थल तक पहुंचने के लिए पुलिस को घंटे भर से ज्यादा सफर करना पड़ा। चांदन नदी पर पुल नहीं होने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई।
विदित हो कि कुछ दिन पूर्व भी दोनों गांवों के कुछ लोगों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में जमकर बमबाजी हुई थी जिसमें अनेक लोग घायल हुए थे। उस वक्त घटना चांदन नदी से होकर वाहनों को पार कराने के लिए राशि वसूली को लेकर हुई थी। चांदन पुल टूटने के बाद इस पर से होकर दोपहिया वाहनों के भी इस होकर चलने पर रोक लगा दी गई थी। फलस्वरुप लोग उस पार से बांका जिला मुख्यालय आने के लिए नवटोलिया एवं मजलिशपुर के बीच नदी से होकर बनी लीक का इस्तेमाल करते थे। नदी में पानी होने की वजह से कुछ लोगों के सहयोग से ही वे अपना वाहन पार करा सकते थे।