बांका लाइव ब्यूरो : बांका में एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप का एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। किसी प्रकार दुष्कर्मियों के चंगुल से बचकर भाग निकली बच्ची की हालत खराब है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची की उम्र करीब 12 वर्ष बताई जाती है।
जानकारी के अनुसार बांका जिले के बौंसी बाजार स्थित चौक पर शनिवार की सुबह करीब 9:00 बजे के आसपास बेहद अस्त-व्यस्त हालत में यह बच्ची रो रही थी। वह रह रह कर बेहोश हो रही थी। स्थानीय दुकानदारों एवं कई नागरिकों ने उसे देखा तो पूछताछ की।
लोगों के पूछने पर बच्ची ने जो अपनी आपबीती बयान की तो सुनने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। उसने बताया कि वह झारखंड के गोड्डा जिला अंतर्गत पथरगामा थाना क्षेत्र के दोमाटी गांव की है। शुक्रवार को अपने गांव के बाहरी हिस्से में वह किसी काम से गई थी, जहां से दो लड़कों ने उसे अगवा कर लिया।
उसने बताया कि दोनों लड़के बांका जिले के बेलहर थाना क्षेत्र अंतर्गत जोजोडीह गांव के थे। वे दोनों लड़के उसे लेकर अज्ञात स्थान पर चले गए जहां उसके साथ दोनों ने मिलकर जबरदस्ती मुंह काला किया। दोनों लड़के उसके साथ बेरहमी से पेश आए।
हालांकि बच्ची यह नहीं बता पायी कि उसके साथ दोनों युवकों ने कहां और किस जगह घटना को अंजाम दिया, लेकिन इतना उसने जरूर बताया कि वे उसे बेलहर क्षेत्र ले गए थे। किसी तरह उनकी नजर बचाकर वह भागने में कामयाब रही।
बच्ची ने बताया कि उन अपहर्ताओं के चंगुल से भागकर वह किसी डुमरिया गांव में स्थित अपने फूफा के घर पहुंचना चाहती थी। इसी सिलसिले में वह बौंसी पहुंची। लेकिन वह आगे नहीं बढ़ पाई। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों ने झटपट उसे बौंसी के रेफरल अस्पताल पहुंचाया।
इस बीच पुलिस को भी इस मामले की सूचना दी गयी। सूचना पाकर पुलिस भी बौंसी रेफरल अस्पताल पहुंची और बच्ची से पूछताछ की। अस्पताल में डॉक्टरों ने कहा कि ज्यादा रक्त स्राव होने की वजह से बच्ची की हालत खराब है और इसी वजह से वह रह रह कर बेहोश हो रही है।
रेफरल अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक बच्ची को खून चढ़ाने की आवश्यकता थी। साथ ही उसके बेहतर इलाज की भी जरूरत डॉक्टरों ने महसूस की। इन जरूरतों को देखते हुए रेफरल अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे बांका सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
इधर बच्ची की आपबीती और उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि इस जघन्य अपराध को कारित करने वाले दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें पाताल से भी खोज निकाला जाएगा। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी होगी। उन्हें शीघ्र ही सजा दिलाने का भी प्रयास होगा। इधर स्थानीय लोगों ने बच्ची के साथ हुए अमानवीय अत्याचार पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे बेहद शर्मनाक बताया है। लोगों ने दुष्कर्मियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं उन्हें सजा दिलाने की मांग पुलिस से की है।