बांका लाइव ब्यूरो : ताबड़तोड़ बम धमाकों से बांका एक बार फिर दहल गया। बम लगने से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 3 लोग घायल हो गए। मृतक और तीनों जख्मी सगे भाई हैं। घटना एक पुराने भूमि विवाद को लेकर हुई जिसने शनिवार को एक बार फिर से बांका की धरती को रक्तरंजित कर दिया।
भूमि विवाद को लेकर हिंसा की यह बड़ी घटना शनिवार को दोपहर बांका सदर थाना क्षेत्र में हुई। सदर थाना क्षेत्र के लिकनीकोझी गांव के पास करीब 3 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल वाले एक विवादित भूखंड पर एक पक्ष द्वारा किए जा रहे जोत आबाद को दूसरे पक्ष द्वारा मना किए जाने के बाद पहले पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ताबड़तोड़ बम से हमला कर दिया।
दूसरे पक्ष ने भागकर जान बचाने की कोशिश की। लेकिन पहले पक्ष ने उन पर ताबड़तोड़ करीब दो दर्जन से ज्यादा बम विस्फोट किए। इस हमले में सिर पर बम लगने से संजय यादव की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि देवेंद्र यादव सहित तीन अन्य भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों घायलों को बांका सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। मृतक और तीनों जख्मी सगे भाई हैं और लिकनीकोझी के समीप कुसाहा गांव के रहने वाले हैं।
लिकनीकोझी गांव में स्थित करीब 3 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल वाले एक भूखंड को लेकर कुसाहा गांव के दो परिवारों में पिछले 4 वर्षों से भी ज्यादा समय से विवाद चल रहा है। यह विवाद परस्पर दावे, लड़ाई झगड़े और थाना से होते हुए कोर्ट में टाइटल सूट तक पहुंच चुका है। दोनों पक्षों में मुकदमेबाजी चल रही है।
जख्मी देवेंद्र यादव एवं उसके भाइयों का कहना है कि यह जमीन उसके परिवार की है और इसके पुख्ता कागजात उनके पास हैं। जबकि दूसरे पक्ष के रमेश यादव एवं कपिलदेव यादव आदि का कहना है कि जमीन उनकी है और कागजात भी उनके पास हैं। बहरहाल, यह मामला कोर्ट में चल रहा है। लेकिन इसी बीच शनिवार को रमेश यादव और उनका परिवार उक्त विवादित भूमि की चोरी-छिपे जुताई कर रहा था।
यह बात पता चलने पर संजय यादव, देवेंद्र यादव एवं उनके अन्य भाई उन्हें मना करने के लिए खेत पर गए। लेकिन पूरी तैयारी के साथ खेत जुताई कर रहे रमेश यादव के पक्ष के लोगों ने उन्हें खदेड़ते हुए उन पर बमों से प्रहार किया। मृतक के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि रमेश यादव के पक्ष के दर्जनों लोग बम- गोलियों के साथ इधर-उधर छिपकर थे जो उन्हें देखते ही उन पर टूट पड़े और ताबड़तोड़ बमबारी शुरू कर दी।
इस हमले में सिर पर बम लगने से संजय यादव की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि हमले में उसके तीन अन्य भाई भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति की समीक्षा की। घटना को लेकर दोनों पक्षों में तनाव कायम हो गया है। हालांकि मौजूदा स्थितियों को देखते हुए गिरफ्तारी से बचने के लिए हमलावर पक्ष फरार हो गया बताते हैं।