बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले में बालू माफिया किस हद तक बेलगाम हो चुके हैं, इस बात का सबूत देने की अब जरूरत नहीं रही है। आम लोगों की बात तो दूर, बालू माफिया अब पुलिस तक पर हमला करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे ही एक मामले में आज रविवार को बालू माफियाओं ने अपनी दबंगई पेश करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर बेखौफ हमला कर दिया। घटना बांका जिला अंतर्गत रजौन थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार रविवार को अपराहन करीब 3 साढे 3:00 बजे के बीच करीब दर्जनभर बालू माफियाओं ने रजौन थाना अंतर्गत भागलपुर- दुमका मुख्य मार्ग पर सुजाल कोरामा मोड़ के समीप पुलिस टीम पर हमला कर दिया। उन्होंने पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ तथा पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक बालू माफियाओं के हमले में रजौन के थानाध्यक्ष सहित कुछ पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। हालांकि थानाध्यक्ष मार पिटाई की बात से इनकार करते हैं।
बताया गया कि पुलिस टीम सूचना मिलने के बाद बालू के अवैध उत्खनन में लगे ट्रैक्टरों की धरपकड़ के लिए निकली थी। बताया गया कि कि अमदाहा बालू घाट से बालू लोड कर चार ट्रैक्टर मुख्य मार्ग की ओर आ रहे थे, जिन्हें पुलिस दल ने पकड़ लिया। पदाधिकारियों ने अपने ही दस्ते के कुछ पुलिसकर्मियों को जप्त किए गए ट्रैक्टरों पर बिठा दिया और उनके साथ मुख्य मार्ग की ओर आने लगे। जब वे टेकनी के समीप सुजाल कोरामा मोड़ के समीप पहुंचे, तभी कुछ बाइक सवार बालू माफिया भी वहां पहुंच गए और पुलिस दस्ते पर एकबारगी हमला कर दिया।
उन्होंने पुलिस कर्मियों के साथ मार पिटाई की। बेखौफ बालू माफियाओं ने पुलिस की गाड़ी पर भी हमला कर उसमें भारी तोड़फोड़ की। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पुलिस विवश और असहाय बनी रही। बालू माफियाओं ने इस तरह हमला कर मौके से जप्त किए गए दो ट्रैक्टर एवं चारों चालकों को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया। कुछ स्थानीय सूत्रों ने बताया कि पुलिस दस्ते के साथ गए अनेक सुरक्षाकर्मी जप्त किए गए ट्रैक्टरों के साथ थे, इसलिए पुलिस की गाड़ी पर पर्याप्त बल नहीं रह गए थे और इसी वजह से पुलिस दल बालू माफियाओं को मुंहतोड़ जवाब नहीं दे पाया। घटना की जानकारी मुख्यालय को दी गई, जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया जिसने स्थिति को अपने नियंत्रण में लिया।