ब्यूरो रिपोर्ट : बिहार में लॉक डाउन की अवधि एक सप्ताह के लिए और आगे बढ़ा दी गई है। लॉकडाउन अब 1 जून तक जारी रहेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री के मुताबिक बिहार में लॉकडाउन के सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए इसे जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए विगत 5 मई से लॉकडाउन लगाया गया था। आज पुनः मंत्रिमंडल के सहयोगियों एवं पदाधिकारियों के साथ राज्य की स्थिति की समीक्षा की गई। लॉक डाउन का अच्छा और सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमण के दर में व्यापक कमी दिख रही है। बिहार में 25 मई के बाद 26 मई से 1 जून तक लॉकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
ज्ञात हो कि बिहार में कोरोना के महा संकट से निपटने के लिए 5 मई को लॉक डाउन की घोषणा की गई थी जो 15 मई तक के लिए थी। स्थिति में सुधार होता ना देख लॉक डाउन की अवधि 25 मई तक के लिए बढ़ा दी गई जिसकी मियाद कल पूरी हो रही है। इस बीच सरकारी आंकड़े के मुताबिक राज्य में कोरोना संक्रमण की दर में अपेक्षाकृत कमी आई है और सरकार इसे लॉक डाउन के सकारात्मक प्रभाव के रूप में देख रही है।
इस बीच नवीनतम रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे के दौरान नालंदा जिला मुख्यालय बिहार शरीफ के एसडीएम संजय कुमार सिंह सहित 107 लोगों की मौत हुई है। जबकि संक्रमण के 4002 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक राज्य में अभी तक संक्रमण से कुल 4549 लोगों की मौत हुई है जबकि 676045 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
ध्यातव्य है कि इससे पहले बिहार सरकार ने ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि नई बीमारी ब्लैक फंगस को राज्य सरकार ने महामारी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना तथा एम्स पटना के साथ-साथ कई सरकारी और निजी अस्पतालों में इससे निपटने के उपाय किए गए हैं और वहां ब्लैक फंगस की दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।