बांका लाइव ब्यूरो : बिहार के बांका टाउन थाना अंतर्गत नवटोलिया मदरसे में हुए ब्लास्ट में मारे गए मौलाना का शव पुलिस पुलिस के हाथ लगते ही इस कांड को लेकर इलाके में सनसनी फैल गई है। मदरसा ब्लास्ट में मौलाना की मौत की चर्चा सुबह से ही इस क्षेत्र में थी। हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारी बिना किसी जांच-पड़ताल और साक्ष्य के इसकी पुष्टि करने को तैयार नहीं था। बहरहाल घटना के करीब 8 घंटे बाद मौलाना की लाश पुलिस के हाथ लग जाने के बाद आखिरकार इस बात की पुष्टि हो गई है।

इस बीच जैसा कि दोपहर में ही एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा था कि इस घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाया जा रहा है, दोपहर बाद दोनों टीमें भी यहां जांच के लिए नवटोलिया पहुंच गई हैं। फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर हर एक चीज और विभिन्न बिंदुओं की वैज्ञानिक जांच में जुटी हुई है। वहीं डॉग स्क्वायड भी अपने तरीके से जांच के काम में लग चुका है। मंगलवार की देर शाम तक हालांकि इन दोनों ही टीमों की जांच में मिले तथ्यों के बारे में कोई ब्रीफ नहीं मिल पाया है।
घटना के बाद से ही पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है। हालांकि नवटोलिया गांव के अधिकतर पुरुष गांव छोड़कर फरार हो चुके हैं। महिलाएं और बच्चे ही गांव में रह गए हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है। डॉग स्क्वायड भी मदरसा ब्लास्ट से जुड़े तथ्यों के लिए गांव के प्रत्येक इलाके की पड़ताल कर रहा है। वरीय पुलिस अधिकारी भी मौके पर कैंप कर रहे हैं। इस बीच मदरसा ब्लास्ट कांड को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। स्थिति स्पष्ट नहीं होने की वजह से इन चर्चाओं को हवा मिल रही है।
आस-पास के गांवों में हो रही चर्चा के मुताबिक ब्लास्ट में ध्वस्त हुए मदरसा के मलवे में किसी बड़ी साजिश की तैयारियों के साक्ष्य छिपे होने की बात कही जा रही है। मलबे में दबकर कुछ बच्चों के भी घायल होने की बात चर्चा में है जिन्हें घायल अवस्था में ही किसी और गांव में पहुंचा देने की बात कही जा रही है। कहा तो यह भी जा रहा है कि मदरसे के मलबे में कुछ और लाशें पड़ी हो सकती हैं। हालांकि ऐसा कुछ संकेत अब तक नहीं मिला है।
कुछ लोगों के बीच दबी जुबान से यह भी चर्चा है कि मदरसे में ब्लास्ट सिर्फ बम का नहीं बल्कि बम विस्फोट की वजह से बारूद के जखीरे में विस्फोट होने से यह हादसा हुआ है। हालांकि ये सारी बातें अभी सिर्फ चर्चा में ही हैं और इनकी कहीं से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। पूरी जांच के बाद ही इस पूरे प्रकरण की आधिकारिक रूप से सच्चाई सामने आ सकती है।