अंकित गौतम / पटना : बिहार पंचायत चुनाव की तैयारी में पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने वाले नेताओं के साथ-साथ बिहार निर्वाचन आयोग भी पूरी तरह से लगा हुआ है। निर्वाचन आयोग इस बार के पंचायत चुनाव में कोई भी कसर छोड़ना नहीं चाहता है l इस तैयारी के बीच ही पंचायत चुनाव सम्बन्धी एक नयी खबर सामने आ रही है। खबर यह है की इस बार बिहार पंचायत चुनाव में निर्वाचन आयोग पहली बार मतदाताओं की हाज़िरी को बायोमैट्रिक मशीन के द्वारा लेगी l निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने हेतु ये कदम उठाया है।
बिहार पंचायत चुनाव में ऐसा पहली बार देखने को मिलेगा की मतदाताओं की हाज़िरी बायोमैट्रिक मशीन से ली जाएगी l पहली बार पंचायत चुनाव में वोटिंग के दिन हर बूथ पर एक बायोमैट्रिक मशीन लगाया जायेगा। जिससे मतदान करने आने वाले मतदाताओं की पूरी जानकारी को रखने में आसानी मिलेगी।
इस बाबत राज्य सरकार से भी निर्वाचन आयोग को हरी झंडी मिल गयी है, जिसके बाद ईवीएम मशीन के बाद अब बिहार के दस हजार बूथों पर बायोमैट्रिक मशीन लगेगी l जब चुनाव के वक़्त मतदाता मतदान करने आएंगे उस वक़्त हर मतदाता की फिंगरप्रिंट को लिया जायेगा। हर एक मतदाता की फेस रीडिंग भी की जाएगी तथा मतदाता का इपिक भी लिया जायेगा। इस प्रक्रिया के बाद मतदान करने आये मतदाता की सारी जानकारी सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दी जाएगी। ऐसा इस उद्देश्य से किया जायेगा ताकि चुनाव के दौरान कोई भी बोगस वोटिंग नहीं हो पाए।
पंचायत चुनाव में राज्य भर के पंचायतों में मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, पंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला पर्षद सदस्य के लिए करीब ढाई लाख पदों हेतु चुनाव कराया जायेगा। बायोमैट्रिक मशीन के पंचायत चुनाव में प्रयोग से चुनाव में पारदर्शिता आने की उम्मीद है।