बांका लाइव ब्यूरो : बिहार के बांका जिले में चल रही शिक्षक बहाली प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर लगभग रोज नई खबरें सामने आ रही हैं। खबर तो यह भी है कि जिले के सभी प्रखंडों में कुछ ना कुछ गड़बड़ी हुई है। लेकिन खासतौर से बांका जिले का अमरपुर एवं शंभूगंज प्रखंड शिक्षक बहाली प्रक्रिया में हुई भारी गड़बड़ी को लेकर इन दिनों लाइमलाइट में है।
इन दोनों ही प्रखंडों की शिक्षक बहाली प्रक्रिया को विभाग ने पहले ही रद्द कर दिया है। अब इन प्रखंडों के 28 शिक्षकों से भी इस बारे में जवाब तलब किया गया है। विभाग के मुताबिक शिक्षक बहाली प्रक्रिया से जुड़े सभी तकनीकी पक्ष देखने की जिम्मेदारी इन शिक्षकों को थी। लिहाजा उनसे किस स्तर पर और कैसे गलती हुई, इस बारे में इन शिक्षकों को 48 घंटे के भीतर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से डीपीओ स्थापना कोई जवाब देना है।
ज्ञात हो कि अमरपुर एवं शंभूगंज प्रखंड में बड़े पैमाने पर शिक्षक बहाली में गड़बड़ी की शिकायत थी जिस पर जांच के बाद कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने इस बारे में राज्य के प्राथमिक शिक्षा निदेशक को रिपोर्ट भेजी थी। जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने फौरन कार्रवाई करते हुए दोनों प्रखंडों की शिक्षक बहाली को रद्द कर दिया है। अब इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों और कर्मियों पर कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है।
इसी सिलसिले में डीपीओ स्थापना ने दोनों प्रखंडों की शिक्षक बहाली प्रक्रिया से जुड़े 28 शिक्षकों से जवाब तलब किया है। उन्हें निर्देशित किया गया है कि संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से 48 घंटे के अंदर इस बात का जवाब दें कि आखिर जब उन्हें बहाली प्रक्रिया का तकनीकी पक्ष देखना था तब उनसे कहां और किस स्तर पर गलती हुई है। इधर प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने भी गड़बड़ी वाले मामलों में बहाली में शामिल पदाधिकारियों पर कार्रवाई कर तत्सम्बन्धी रिपोर्ट मांगी है।
ध्यातव्य है कि शिक्षक बहाली प्रक्रिया को पूर्ण करने की जिम्मेदारी मुख्य रूप से संबंधित नियोजन समितियों की है। प्रखंडों में इन समितियों के मुख्य कर्णधार संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी होते हैं। दोनों प्रखंडों में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में गड़बड़ी के पीछे संबंधित प्रखंड प्रमुख से जुड़े कुछ लोगों की भूमिका भी चर्चा के दायरे में है। कुछ शिक्षक भी बिचौलिए की भूमिका में चर्चा में रहे हैं।
इधर जिन शिक्षकों से इन मामलों में स्पष्टीकरण पूछा गया है उनमें अमरपुर प्रखंड से बाल किशोर राय, पंकज कुमार सिंह, आलोक कुमार, प्रवीण कुमार मंडल, अमरेश कुमार, एहतेशाम उद्दीन, मोबिन उद्दीन, शाहबाज आलम, एहतेशाम अयूबी, शहजाद अली, जीतन हरिजन, दिलीप दास एवं गुलाम सरवर तथा शंभूगंज प्रखंड से राजेश कुमार रंजन, मोहम्मद आफताब आलम, इमामुद्दीन, टिंकू शर्मा, संजय कुमार, महेश कुमार, शंभू शरण सिंह, रमेश कुमार, राम बिहारी सिंह, विजय कुमार, मनोज कुमार, पंकज कुमार सिंह, जयराम सिंह, प्रदीप कुमार यादव एवं राजेश कुमार शामिल हैं।